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    अमेरिका रियाद यमन हूती विद्रोही

    सऊदी अरब और यमन के बीच संघर्ष अधिक बढ़ गया है। यमन ने एक बार फिर सऊदी अरब के ऊपर बैलेस्टिक मिसाइल से हमला किया है लेकिन सऊदी अरब ने इस मिसाइल को नष्ट कर दिया है। यमन की तरफ से ये मिसाइल सऊदी अरब के रियाद में दागी गई थी। अब अमेरिका ने रियाद पर यमन के हूती विद्रोहियों की तरफ से किए गए बैलिस्टिक मिसाइल हमले का जोरदार निंदा की है।

    अमेरिका ने ईरान के इस्लामिक रिवॉल्यूशनरी गार्ड कोर पर यमन के हूती विद्रोहियों को हथियार उपलब्ध करवाने का आरोप लगाते हुए इन हमलों को रोकने की अपील की है।

    अमेरिका ने इस हमले की कड़ी निंदा करते हुए इस तरह के कृत्यों को क्षेत्रीय सुरक्षा को खतरा पैदा करने वाला बताया है। दरअसल सऊदी अरब के द्वारा पिछले तीन सालों से ईरान समर्थित हूती विद्रोहियों के खिलाफ एक सैन्य अभियान चल रहा है। साल 2014 में हूती विद्रोहियों ने विश्व स्तर पर मान्यता प्राप्त यमन की राजधानी साना पर कब्जा कर लिया था।

    यमन हिंसा को खत्म करने में एकजुट हो सभी देश

    अमेरिकी विदेश विभाग की प्रवक्ता हीथर नॉर्ट ने कहा कि ईरान द्वारा यमन के हूती विद्रोहियों को हथियार उपलब्ध करवाने से क्षेत्रीय सुरक्षा को धमकी मिल रही है और ये यमन के संघर्ष को लंबा कर रहे है।

    सऊदी अरब सहित यमन के अन्य पड़ोसी देशों के ऊपर हूती विद्रोहियों द्वारा हिंसक कृत्य किए जा रहे है। हीथर नॉर्ट ने कहा कि अमेरिका, यमन में जारी भयानक मानवीय संकट के बारे में काफी चिंतित है।

    यमन के लोगों की पीड़ा खत्म करने व यमन में दीर्घकालिक स्थिरता को आगे बढ़ाने के लिए राजनैतिक समाधान ही एकमात्र तरीका है। हीथर नॉर्ट ने सभी देशों से आग्रह किया कि वो संयुक्त राष्ट्र के तत्वाधान में आकर शांतिपूर्वक वार्ता करे व आपसी शत्रुता को खत्म करे।

    वहीं सऊदी अरब का कहना है कि यमन के हूती विद्रोहियों द्वारा दागी गई मिसाइल का निशाना रियाद स्थित सऊदी क्राउन प्रिंस का आधिकारिक निवास था। गौरतलब है कि यमन में जारी युद्ध को संयुक्त राष्ट्र ने दुनिया का सबसे खराब मानवतावादी संकट कहा है।