कई सालों से संयुक्त अरब अमीरात (UAE) सऊदी अरब (Saudi Arabia) के साथ मिलकर ईरान समर्थक हूतियों पर हमले करता आया है। लंबे समय से चले आ रहे इन हमलों में कई हज़ारों लोगों की जान चली गयी है और वहीं दूसरी ओर लाखों की संख्या में लोग विस्थापित हो चुके हैं। संयुक्त राष्ट्र (UNITED NATIONS) ने इस संघर्ष को ‘दुनिया के सबसे खराब मानवतावादी संकट’ के रूप माना हैं। 17 जनवरी को हूती विद्रोहियों ने अबूधाबी पर हमला किया था जिसमें तीन लोगों की मौत हो गई। इस हमले में दो भारतीय और एक पाकिस्तानी नागरिक ने अपनी जान गवां दी। इस ड्रोन-और-मिसाइल हमले में अबू धाबी की तेल सुविधाओं और हवाई अड्डे को निशाना बनाया गया था, जिसकी वजह से जवाबी कार्रवाई में घातक हवाई हमलों की शुरुआत हुई।
यूएई (UAE) पर हुए इस हूती विद्रोहियों के हमले को लेकर अमेरिका ने जवाब देने की ठान ली है । इसमें संयुक्त अरब अमीरात (UAE) की मदद करने के लिए अमेरिका पूरी तरह से तैयार है। हूती विद्रोहियों द्वारा संयुक्त अरब अमीरात (UAE) पर मिसाइलों से किये गए हमलों का जवाब देने के लिए अमेरिका एक गाइडेड मिसाइल विध्वंसक (Guided Missile Destroyer) और अत्याधुनिक लड़ाकू जेट (Fighter Jets) UAE में तैनात करेगा।
हाल ही में जनवरी की शुरुवात में हूती विद्रोहियों ने लाल सागर में UAE के झंडे वाले एक जहाज को यह कहकर जब्त कर लिया था कि उस जहाज़ में हथियार ले जाए जा रहे हैं जिसका बाद में UAE ने सरासर खंडन किया था। यमन का गृहयुद्ध 2014 में आरम्भ हुआ था जब हूती विद्रोहियों ने सना (SANAA) को जब्त कर लिया था, जिसके परिणामस्वरूप सऊदी के नेतृत्व वाली सेना को अगले वर्ष सरकार बनाने के लिए हस्तक्षेप करना पड़ा।
दुनिया के सबसे बड़े हथियारों के खरीदारों में से एक, यूएई ने 2019 के बाद से यमन में अपनी सैन्य उपस्थिति को काफी कम कर
दिया है परन्तु वह अभी भी यमन सरकार का समर्थन करता है और उसने यमन में अपना दबदबा बनाये रखा है।
यूएई में स्थित अमेरिकी दूतावास ने यह ब्यान दिया है कि गाइडेड मिसाइल विध्वंसक (Guided Missile Destroyer) और अत्याधुनिक लड़ाकू जेट (Fighter Jets) की तैनाती, रक्षा सचिव लॉयड ऑस्टिन और अबू धाबी क्राउन प्रिंस मोहम्मद बिन जायद अल-नाहयान के बीच एक फोन कॉल पर साझा हुई बात के बाद,”मौजूदा खतरे के खिलाफ यूएई की सहायता” करने के लिए हुई हैं।
बयान में यह भी कहा गया है कि निर्देशित मिसाइल विध्वंसक (Guided Missile Destroyer) यूएसएस कोल (USS Cole) यूएई नौसेना (UAE Navy) के साथ साझेदारी करेगा और अबू धाबी में एक बंदरगाह तैनात करेगा, जबकि अमेरिका पांचवीं पीढ़ी के लड़ाकू विमानों को भी तैनात करेगा। “प्रारंभिक चेतावनी की प्रदानता” को जारी रखना, अन्य कार्रवाइयों में शामिल है।
इन ईरान समर्थक हूतियों के हमलों ने यमन के सात साल के गृहयुद्ध में एक नया मोर्चा खोल दिया है, जिसमें कई सालों से अब तक प्रत्यक्ष या परोक्ष रूप से सैकड़ों हजारों लोग मारे जा चुके हैं और लाखों लोग अपना घर छोड़ने पर मजबूर हुए हैं।