अमेरिका के एमक्यू-9 ड्रोन को सतह से वायु की मिसाइल से मंगलवार को यमन की राजधानी सना के दक्षिणी भाग में मार गिराया था। अधिकारी ने कहा कि “अमेरिका को यकीन है कि हौथी विद्रोहियों को ईरान ने मिसाइल मुहैया की थी। अभी यह अस्पष्ट है कि ड्रोन को अमेरिकी सेना संचालित कर रही थी या ख़ुफ़िया समुदाय कर रहा था।
हौथी विद्रोहियों ने दावा किया है कि ड्रोन को उनकी वायु रक्षा सेना ने मार गिराया था। हौथी के प्रवक्ता ने कहा कि मिसाइल का निर्माण स्थानीय स्तर पर किया गया था। अमेरिकी विभाग ने कहा कि ट्रम्प प्रशासन ने इस वारदात के लिए सीधा कसूरवार ईरान को ठहराया था।
जून में ईरान ने होर्मुज़ के जलमार्ग पर अमेरिका के मानवरहित ड्रोन को मार गिराया था और इससे दोनों देशों के बीच तनाव काफी बढ़ गया था ईरान ने दावा किया कि यह ड्रोन उनकी वायुसीमा को पार करने की कोशिश कर रहा था।
हालाँकि अमेरिका ने तेहरान के दावे को खारिज कर दिया और ईरान के कदम को भड़काऊ कदम करार दिया था।डोनाल्ड ट्रम्प ने इसके तुरंत बाद हमले के आदेश दिए थे, हालाँकि हमले से कुछ समय पूर्व ही इस आदेश को वापस ले लिया था। 4 जुलाई को ब्रोतें ने ईरान के तेल टैंकर को गिब्राल्टर के बंदरगाह से जब्त किया था और आइल कथित तौर पर सीरिया को तेल सप्लाई किया जा रहा था, जो प्रतिबंधो का उल्लंघन है।
अमेरिका ने विगत वर्ष वैश्विक ताकतों के साथ हुई परमाणु संधि को तोड़ दिया था और ईरान पर एकतरफा आर्थिक प्रतिबंधों को थोप दिया था। दोनों पक्षों के बीच बातचीत के आसार हैं लेकिन ईरान प्रतिबंधों के हटने पर ही बातचीत के लिए तैयार होगा। डोनाल्ड ट्रम्प भी बातचीत के लिए कई बार संकेत दे चुके हैं।