हिमाचल प्रदेश के अंदरूनी इलाके जहां इस सप्ताह हुई भारी बर्फबारी से उबरने की कोशिश कर रहे हैं, वहीं मौसम विभाग के अधिकारियों ने अपने अनुमान में राज्य में इस सप्ताहांत और ज्यादा बारिश व बर्फबारी होने की बात कही है। मौसम विभाग ने कहा कि शिमला, कुल्लू, किन्नौर, लाहौल और स्पीति और चंबा जिलों के ऊपरी पहाड़ी इलाकों में बर्फबारी की अधिक संभावना है।
लाहौल और स्पीति जिले का केलांग शून्य से 17.6 डिग्री सेल्सियस नीचे तापमान के साथ राज्य का सबसे ठंडा जगह रहा।
पुलिस ने यात्रियों को सलाह दी है कि वे कुफरी और मशोबरा की सड़कों पर गाड़ी न चलाएं, क्योंकि भारी बर्फबारी के बाद वे फिसलन भरे हो गए हैं।
मौसम विज्ञान विभाग के एक अधिकारी ने यहां आईएएनएस को बताया, “12 और 13 जनवरी को कई इलाकों में बर्फबारी और बारिश होने की संभावना है।”
शिमला और मनाली में न्यूनतम तापमान क्रमश: शून्य से 1.3 डिग्री नीचे और शून्य से 7.6 डिग्री सेल्सियस नीचे दर्ज किया गया।
शिमला से लगभग 250 किलोमीटर दूर कल्पा में रात का तापमान शून्य से 6.4 डिग्री सेल्सियस नीचे दर्ज किया गया।
इस हफ्ते की बर्फबारी के बाद शिमला के कई इलाकों जैसे माल रोड, रिज, यूएस क्लब और जाखू हिल्स में अभी भी बर्फ देखी जा सकती है।
शिमला के पास के इलाके जैसे कुफरी और नरकंडा और लोकप्रिय पर्यटन स्थल मनाली भी बर्फ की मोटी चादर में लिपटे हुए हैं।
अधिकारियों ने कहा कि पूरा किन्नौर, लाहौल और स्पीति और पांगी और चंबा का भरमौर क्षेत्र अभी भी अन्य हिस्सों से कटे हुए हैं, क्योंकि सड़कें बर्फ से ढंकी हुई हैं और उन्हें फिर से खोलने के प्रयास किए जा रहे हैं।
राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण ने कुल्लू और लाहौल-स्पीति जिलों ने हिमस्खलन की चेतावनी जारी की है।
कलात, नेहरू कुंड, कुलांग, पलचन और कुल्लू में कोठी और लाहौल-स्पीति में केलांग और दारचा के इलाकों में खतरे की स्थिति बनी हुई है।