हिमाचल प्रदेश की राजधानी में बुधवार को मौसम की सबसे भारी बर्फबारी देखी गई, जिससे आंतरिक सड़क संपर्क टूट गया। लेकिन पर्यटकों ने एक-दूसरे पर बर्फ के गोले फेंककर मौज-मस्ती की। मौसम विभाग के एक अधिकारी ने आईएएनएस को बताया, “शिमला और उसके आसपास के इलाकों में रात भर बर्फबारी हुई और अब तक की यह सबसे भारी बर्फबारी है।”
आसपास के स्थानों जैसे कुफरी और नरकंडा में भी बर्फबारी हुई, जिससे ये पर्यटक स्थल और खूबसूरत नजर आने लगे।
बर्फबारी की खबर फैलते ही बड़ी संख्या में पर्यटक शिमला पहुंचने लगे।
दोस्तों के साथ शिमला आईं चंडीगढ़ की एक पर्यटक निधि खन्ना ने कहा, “पिछले कई दिनों से हम भारी बर्फबारी का इंतजार कर रहे थे।”
शिमला में शून्य से 0.5 डिग्री सेल्सियस नीचे तापमान दर्ज हुआ, जबकि 20 सेंटीमीटर से अधिक बर्फबारी हुई। वहीं, कुफरी और मशोबरा में 40 सेंटीमीटर से अधिक बर्फबारी दर्ज की गई।
मौसम विभाग के एक अधिकारी ने कहा कि शिमला में बर्फीला परिदृश्य दो-तीन दिनों तक बना रहेगा।
रपटों में कहा गया है कि शिमला जिले के जुब्बल, खड़ापत्थर और चोपाल में भी बर्फबारी हुई।
अधिकारी ने कहा, “लाहौल-स्पीति, चंबा, कुल्लू, किन्नौर और शिमला जिलों में ऊंची पहाड़ी वाले इलाकों में पिछले तीन दिनों से सामान्य से लेकर भारी बर्फबारी हो रही है।”
मनाली में न्यूनतम तापमान शून्य से 2.2 डिग्री सेल्सियस नीचे दर्ज हुआ, जबकि 22 सेंटीमीटर बर्फबारी दर्ज हुई। मनाली से करीब 52 किलोमीटर दूर रोहतांग दर्रा में भी भारी बर्फबारी हुई।
कल्पा और लाहौल व स्पीति जिले के केलांग में भी बर्फबारी हुई।
सोलन और पालमपुर में क्रमश: 46 मिलीमीटर और 42 मिलीमीटर बारिश दर्ज की गई।
मौसम विभाग ने अपने अनुमान में गुरुवार तक राज्य में और अधिक बर्फबारी और बारिश होने की संभावना जताई है।