उत्तर प्रदेश राज्य की राजधानी लखनऊ में ठंड से लोगों का हाल बेहाल है। यहां न्यूनतम तापमान 5.3 डिग्री और अधिकतम 11 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया है। लखनऊ में इस साल कड़ाके की ठंड से स्थिति सबसे बदतर है। इसका अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि राज्य में बीते 24 घंटों में ठंड से 13 मौतें हो चुकी हैं।
मौसम अधिकारियों ने अगले तीन दिनों में तापमान में और गिरावट आने का अनुमान जाहिर किया है।
एक अधिकारी ने कहा, “शुक्रवार को अत्यधिक ठंड रह सकती है और अगले कुछ दिनों में इसमें किसी सुधार की उम्मीद नहीं है। नए साल की पूर्व संध्या पर बारिश होने की संभावना है।”
यहां वायु-गुणवत्ता सूचकांक 309 है, जो कि बेहद खराब स्थिति में आता है और यह यहां की परिस्थिति को और भी बदतर बनाता है।
यहां 29 दिसंबर तक सभी स्कूल-कॉलेज बंद कर दिए गए हैं और कार्यालयों में भी उपस्थिति में भारी गिरावट आई है।
इंटरनेट सेवा के बार-बार बंद होने से बैंकिंग प्रणाली और डेबिट व क्रेडिट कार्ड से भुगतान पर भी प्रतिकूल प्रभाव पड़ा है। बाजारों में भी खरीददारों की चहल-पहल कम है, जो त्यौहारों के इस मौसम में असामान्य है।
इस भीषण ठंड से सड़कों पर बेजुबान सबसे ज्यादा प्रभावित हैं। ग्रामीण इलाकों से कड़ाके की ठंड के चलते मवेशियों की मौत की खबरें आई हैं, जबकि शहरी क्षेत्रों में कुत्तों की इस ठंड से मौतें हो रही हैं।