भारतीय तेज गेंदबाज मोहम्मद शमी (Mohammed Shami) जो अफगानिस्तान के खिलाफ शनिवार को टीम की प्लेइंग-11 में शामिल थे, वह भारत के दूसरे गेंदबाज बन गए है जिसने विश्वकप में हैट-ट्रिक ली है। पिछले साल शमी से सेंट्रल कॉन्ट्रेक्ट वापस ले लिया गया था क्योंकि उनकी पत्नी ने उनके ऊपर घरेलू हिंसा के आरोप लगाए थे। लेकिन उसके बाद उन्होने एक शानदार वापसी की और अब वह इस समय भारतीय क्रिकेट टीम के प्रमुख खिलाड़ियो में से एक है।
पारिवारिक मुद्दों से जूझने के अलावा, शमी को कई चोटो से भी जूझना पड़ा जिसमें टखने की इंजरी भी शामिल थी। विश्व कप 2015 के दौरान भारतीय टीम का हिस्सा होने के बाद, शमी ने जल्द ही खुद को वनडे टीम से बाहर कर दिया था क्योंकि उन्होंने उनका शरीर बहुत मोटा था और वह फॉर्म में भी नही दिख रहे थे। लेकिन अफगानिस्तान के खिलाफ भारत की जीत में महत्वपूर्ण भूमिका निभाने के बाद, शमी ने खुलासा किया कि अतिरिक्त वजन कम करने के लिए उन्होंने ‘भोजन पर कटौती’ की। साउथेम्प्टन में सभी को इसका परिणाम भी देखना को मिला।
शमी ने रविवार को मैच के बाद कहा, ” फिटनेस की इस यात्रा में मुझे दो साल लगे है। मैं चोट के बाद भारी था, मैं लंबे समय तक स्पैल डालने के बाद अपने घुटने में जकड़न महसूस करता था, इसलिए मुझे पता था कि अगर मुझे लंबे समय तक खेलना है तो मुझे कुछ अतिरिक्त करना होगा।”
उन्होने आगे कहा, ” मैंने अपने खाने में कटौती करनी शुरु की, अब मैं अपनी डाइट को फॉलो करता हूं और लोग हंसते है जब मैं उन्हे यहग बताता हूं। यह कोई सख्त डाइट नही है लेकिन जो डॉक्टर ने मुझे माना किया है मैं वह नही खाता हूं। मैंने कई समय से मिठाई और रोटी नही खाई इससे मुझे बहुत मदद मिली।”
इस साल की शुरुआत में भी, भारतीय कप्तान विराट कोहली ने शमी की फिटनेस की प्रशंसा की थी जब गेंदबाज ने भारतीय वनडे टीम में सफल वापसी की थी।