भारत के जल शक्ति मंत्री गजेन्द्र सिंह शेखावत ने कहा कि मोसी सरकार के विकास एजेंडा में जल संरक्षण प्रमुख बिंदु है। मंत्रालय ने पहली बार जल संरक्षण की तरफ महत्वपूर्ण कदम उठाया है। विश्व जल सप्ताह 2019 के जल संरक्षण की अंतरराष्ट्रीय कांफ्रेंस को संबोधित करते हुए कहा कि किसी भी महान सभ्यता के पीछे जल एक ताकत की तरह होता है।
स्वीडन के राजा ने भी इस समारोह में शिरकत की और स्वच्छ गंगा के राष्ट्रीय अभियान के लिए तारीफ भी की थी। इसका आयोजन प्लानेट वाटर फाउंडेशन ने किया था। इस समरोह के दौरान शेखाच्वत ने डॉक्टर जचकी किंग को स्टॉकहोल्म वाटर प्राइज जीतने की बधाई दी थी जो उन्हें पारिस्थितिकी तंत्र और स्वस्थ नदियों के लिए मिला था।
भाषण के दौरान शेखावत ने कहा कि नमामि गंगे मिशन विश्व के सबसे महत्वकांक्षी जल संरक्षण कार्यक्रम में से एक है और इस स्कीम को गंगा व अन्य नदियों के संरक्षण के लिए तैयार किया गया है। उन्होंने जोत देते हुए कहा कि भारत की 40 फीसदी से अधिक जनसँख्या गंगा नदी के जल पर आश्रित है।
शेखावत ने देश की सभी घाटियों के संरक्षण और स्वस्थ पारिस्थितिकी तंत्र का प्रचार करने की मांग की है। उन्होंने डॉक्टर को भारत की यात्रा का निमंत्रण दिया है ताकि वह इस विषय पर अपने तजुर्बे और ज्ञान को साझा कर सके। शेखावत ने अपने भाषण का अंत जल शक्ति अभियान और जल जीवन मिशन की स्थापना के बारे में बताते हुए की है।
उन्होंने कहा कि “प्रधानमन्त्री ने जल संरक्षण के लिए एक राष्ट्रीय अभियान चलाया है, खासकर बारिश के संरक्षण के लिए मिशन की शुरुआत की है।”