श्रीलंका के पर्यटन मंत्री जॉन अमरतुंगा ने कहा कि “प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की द्विपीय राष्ट्र की यात्रा इसकी सुरक्षा की पुष्टि करती है।” उन्होंने कहा कि “नरेंद्र मोदी श्रीलंका आये थे और यह सबूत है कि श्रीलंका सुरक्षित है। उन्होंने चर्चों की यात्रा की थी। वह आरामदेह और सौहार्दपूर्ण थे। इससे बेहतर सुरक्षा का और क्या सबूत चाहिए।”
इस माह की शुरुआत में नरेंद्र मोदी ने मालदीव से भारत वापस लौटते हुए श्रीलंका की यात्रा की थी। श्रीलंका में भयानक ईस्टर हमले को दो महीने से अधिक समय बीत चुका है। इस आतंकी हमले में आठ स्थानों को निशाना बनाया गया था जिसमे 250 से अधिक लोगो की मौत हुई है।
21 अप्रैल को हुए भयावह आतंकी हमले के असर के बाबत उन्होंने कहा कि “हमले से पहले की तरह ही अब भी श्रीलंका वैसा ही है। हमारे ख़ुफ़िया विभाग ने 10 ही दिनों के अंदर इस हमले में शामिल सभी आतंकियों को खोज निकाला था जिन्होंने मुल्क के चर्चों को होटलो को तबाह करने के लिए आईएसआईएस के अपराधियों का साथ दिया था।”
श्रीलंका के जारी इमरजेंसी के प्रभाव के बाबत मंत्री ने कहा कि “देशों द्वारा यात्रा एडवाइजरी को हटाने का कारण ही आपातकाल है। आपातकाल पर्यटन के लिए खतरनाक नहीं है। हमें इस हमले के पीछे लोगो की जांच करनी चाहिए। 21 अप्रैल की तरह ही शहर में आवाजाही सामान्य है।”
मंत्री ने एक पैकेज को जारी करते हुए भारतीयो के लिए पर्यटन इंसेंटिव का भी खुलासा किया है। जिसके तहत टिकट और होटल के खर्चों पर 50-60 प्रतिशत भारी डिस्काउंट दिया जायेगा।
अमरतुंगा ने दोहराया कि श्रीलंका सुरक्षित है। उन्होंने कहा कि “साल 2018 में 4500 भारतीयों यानी कुल पर्यटन के 19 से 20 प्रतिशत भारत से श्रीलंका में था। पर्यटकों के आगमन में भारत शीर्ष पायदान पर काबिज है। उन्होंने कहा कि “पर्यटन का ग्राफ फिर बढ़ रहा है। भारतीय, चीनी और यूरोप से नागरिक आ रहे हैं।