सासाराम/बक्सर, 14 मई (आईएएनएस)| प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मंगलवार को बिहार के बक्सर और सासाराम में अलग-अलग चुनावी सभाओं में विपक्ष पर जमकर निशाना साधा तथा केंद्र सरकार के किए गए कायरें का बखान किया। उन्होंने कहा कि महामिलावटी और राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) की राजनीति का अंतर स्पष्ट है। हम बिहार को लालटेन के युग से निकालकर एलईडी की दूधिया रोशनी तक लाए हैं और ये बिहार को फिर से लालटेन के युग में ले जाने की कोशिश कर रहे हैं।
मोदी ने कहा कि जिन लोगों ने अपने स्वार्थ के लिए सत्ता से जमकर फायदा उठाया, वे आज शाम-सुबह उन्हें गालियां दे रहे हैं। उन्होंने कांग्रेस को अहंकारी बताया और कहा कि आपातकाल के दौरान कांग्रेस का आज जैसा ही अहंकार था।
उन्होंने कहा, “महामिलावटी की और राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) की राजनीति का अंतर स्पष्ट है। हम बिहार को लालटेन के युग से निकालकर एलईडी की दूधिया रोशनी तक लाए हैं। ये बिहार को लालटेन युग में ले जाने की कोशिश कर रहे हैं।”
प्रधानमंत्री ने कांग्रेस पर हमला करते हुए कहा, “आज कांग्रेस का अहंकार उसी तरह सातवें आसमान पर है, जैसा कि आपातकाल के दौरान दिखा था। ये कांग्रेस का अहंकार था कि महान जयप्रकाश नारायण पर लाठियां बरसाई गई थीं।”
उन्होंने सैम पित्रोदा के बयान पर कटाक्ष करते हुए कहा कि आज यहीं कांग्रेस ‘हुआ तो हुआ’ कह रही है।
विपक्षी दलों के महागठबंधन को महामिलावटी बताते हुए उन्होंने कहा, “‘महामिलावटी’ लोग सिर्फ और सिर्फ समाज के विभाजन के बल पर वोट बटोरने की राजनीति करते हैं। यही कारण है कि आजादी के बाद इतने दशकों तक बिहार सहित इस समूचे पूर्वी भारत को विकास की रोशनी से दूर रखा गया।”
उन्होंने कहा, “जब हमारे सपूत सर्जिकल स्ट्राइक करते हैं, एयर स्ट्राइक करते हैं, तो ये आतंकियों की लाशें मांगते हैं। इसलिए गुस्से से भरा हुआ देश कह रहा है -अब बहुत हुआ। ये ‘टुकड़े-टुकड़े’ गैंग के साथ मिलकर देश तोड़ने की बात करने वालों के साथ खड़ा रहते हैं, इसलिए देश कह रहा है, अब बहुत हुआ।”
भाजपा के वरिष्ठ नेता मोदी ने कहा कि देश की जनता ही उनके लिए परिवार है। उन्होंने कहा, “ईमानदारी की ताकत और गरीबी के जीवन ने उन्हें यह ताकत दी है कि वे गरीबों के लिए कुछ कर पाएं।”
उन्होंने विपक्षियों पर कटाक्ष करते हुए कहा, “जनता मुझे प्यार करती है, लेकिन कुछ लोगों को इससे परेशानी होती है।”
उन्होंने कहा, “कुछ लोगों ने काम के नाम पर वोट बटोरे, लेकिन सबसे पहले गरीबों को ही भूल गए। लोगों ने गरीबों के नाम पर करोड़ों, अरबों की संपत्ति जमा कर ली। लोगों ने जनता से लूटकर अपने लिए बड़े-बड़े बंगले बनवाए, जबकि मैं गुजरात का सबसे लंबे समय तक मुख्यमंत्री रहा और अब प्रधानमंत्री हूं, लेकिन मैंने एक पल न अपने लिए जीया, न ही अपने रिश्तेदारों के लिए जीता हूं। मेरे लिए तो सभी हिन्दुस्तानी ही मेरा परिवार हैं।”
मोदी ने कहा कि “महामिलावटी जीत तो सकते नहीं, गाली देकर ही अपने मन की भड़ास निकाल रहे हैं।”
उन्होंने कहा, “ये केंद्र में कमजोर और मजबूर खिचड़ी बनाने के चक्कर में थे। सोच रहे थे कि मजबूर सरकार आई तो इन्हें सरकार को ‘ब्लैकमेल’ कर जनता के पैसे को लूटने का मौका मिल जाएगा।”
उन्होंने कहा कि यह चुनाव तय करेगा कि भारत कितनी तेजी से विकास करेगा, 21वीं सदी के बच्चों का भविष्य कैसा होगा।
उन्होंने लोगों से पूछा, “बताइए, ये महामिलावट वाले कभी भारत के विकास की बात और चर्चा करते हैं? क्या भारत के विकास का एजेंडा बताते हैं? ये सिर्फ अपना हित जानते हैं, जनता का नहीं। ये जानते हैं कि कुछ जातियां इनकी गुलाम हैं। ये वे लोग हैं, जिन्होंने सालों तक बड़े पदों का लाभ लिया, लेकिन गरीबों के लिए कुछ नहीं किया।”
उल्लेखनीय है कि इन दोनों क्षेत्रों में लोकसभा के अंतिम चरण में 19 मई को मतदान होना है। सासाराम से राजग के लिए भाजपा नेता छेदी पासवान चुनाव मैदान में हैं, जबकि बक्सर से केंद्रीय मंत्री अश्विनी चौबे ताल ठोक रहे हैं।