गुजरात विधानसभा चुनाव के दूसरे चरण की लड़ाई जारी है। नेताओं की कोशिश है कि ज्यादा से ज्यादा रैलियों के द्वारा जनता से जुड़ा जाए जबकि प्रशासन के सामने इस चुनाव को शांतिपूर्वक करवाने की चुनौती है। दूसरे चरण के मतदान के लिए चुनाव प्रचार प्रसार अपने जोरो पर है। तमाम पार्टियों के नेता रैलिया कर रहें है।
रैली ही इस चुनाव में जनता से जुड़ने की सशक्त माध्यम है। लेकिन प्रशासन के एक फैसले से राजनेताओं को गहरा धक्का लगा है। खबर है कि स्थानीय प्रशासन ने आज पीएम मोदी समेत राहुल गाँधी और हार्दिक पटेल के रोड शो को सुरक्षा कारणों से रद्द कर दिया है। रोड शो को रद्द करने की घोषणा करते हुए प्रशासन ने यह कहा है कि “अहमदाबाद में कानून व्यवस्था की समस्या पैदा हो सकती है, जिसके चलते पीएम मोदी और राहुल गांधी की अपील खारिज की जा रही है”
हालंकि प्रशासन ने मोदी की प्रस्तावित रैली को रद्द नहीं किया है इसलिए प्रधानमंत्री अपनी प्रस्तावित रैली को संबोधित कर सकते है। योजना के अनुसार पीएम मोदी को शाम करीब 7 बजे अहमदाबाद में साबरमती रिवर फ्रंट पर रैली करनी है। चुनाव प्रचार प्रसार के लिए हार्दिक को भी आज रोड शो करने की परमिशन नहीं दी गई है बावजूद इसके हार्दिक ने प्रशासन को गंभीरता से ना लेते हुए रोड शो किया है। 2 हजार से ज्यादा बाइकों के साथ हार्दिक की इस रैली को प्रशासन से सीधे टक्कर के रूप में देखा जा रहा है
दूसरे चरण का चुनाव 14 दिसंबर को होना तय हुआ है। दूसरे चरण का चुनाव 14 दिसंबर को होना तय हुआ है। पहले चरण का मतदान 9 दिसंबर को हो चूका है जिसमे जनता ने अपना फैसला ईवीएम मशीनों में सुरक्षित कर दिया है। दूसरे चरण के मतदान के लिए राजनेता गुजरात में युद्ध स्तर पर प्रचार कर रहे है।
चुनाव में प्रचार प्रसार के लिए पुराने और नए दोनों तरह के तरीकों का प्रयोग किया जा रहा है। राजनेताओं की कोशिश है कि पुरानी पीढ़ी के साथ साथ नई पीढ़ी से भी जुड़ा जाए। युवाओं के मुद्दों पर भी इस बार जमकर राजनीति हो रही है।