भारत के प्रधानमन्त्री नरेंद्र मोदी और फ्रांस के राष्ट्रपति इम्मानुएल मैक्रॉन फ्रांस में आयोजित जी-7 के सम्मेलन से पूर्व मुलाकात करेंगे। भारत के विदेश सचिव विजय गोखले ने यह बयान दिया है। फ्रांस राष्ट्रीय दिवस के आयोजन को संबोधित करते हुए विजय गोखले ने कहा कि “हमारे दोनों नेताओं ने निर्णय लिया था कि वह बिअर्रित्ज़ सम्मेलन से पूर्व मुलाकात करेंगे ताकि भारत-फ्रांस संबंधों को अधिक मज़बूत कर सके।
उन्होंने कहा कि “हम उसयुग में हैं जहां हमारे ऐतिहासिक सौहार्दपूर्ण संबंधों को हमारे नेताओं राष्ट्रपति मैक्रॉन और प्रधानमन्त्री मोदी ने और अधिक मज़बूत बना दिया है। जी-7 का सम्मेलन हमारे नेताओं को अधिक समृद्ध विश्व के निर्माण के लिए एक मंच मुहैया करेगा।”
फ्रांस में राष्ट्रीय दिवस का आयोजन शुक्रवार को किया गया था इस समारोह में भारत के लिए फ्रांस के राजदूत अलेक्सेंडर ज़ेग्लेर ने अपने संबोधन के दौरान अपने कार्यकाल के अंत की तरफ इशारा किया था।
राजदूत ने कहा कि “देवियों और सज्जनों, यह चौथी दफा है जब मैं आपके साथ राष्ट्रीय दिवस का जश्न मना रहा हूँ और शायद यह आखिरी दफा हो। मैं कहना चाहता हूँ कि मैं अधिक उत्साह और ऊर्जा से भर चुका हूँ। मैं इस देश और यहा के लोगो के प्रति आकर्षण से भरा हुआ हूँ और मैं जानता हूँ कि भारत के बगैर हम कुछ भी हासिल नहीं कर सकते हैं।”
इस समरोह में गोखले और ज़ेग्लेर ने भारत और फ्रांस की दोस्ती पर जोर दिया था। इस समारोह में अन्य देशों के राजदूत भी शामिल थे। उन्होंने दोनों देशों के बीच करीबी संबंधों को रेखांकित किया था, विशेषकर आतंकवाद से लड़ने में। भारत और फ्रांस ने हाल ही में मसूद अजहर को वैश्विक आतंकी सूची में शामिल करने के लियए करीबी से कार्य किया था।
फ्रांस के राष्ट्रीय दिवस का आयोजन 14 जुलाई को किया जाता है और यह फ्रांस में अवकाश का सबसे बड़ा अवसर होता है। इसका आयोजन साल 1789 से आयोजित किया जा रहा है, जिसे पारंपरिक तौर से फ्रांस का प्रतिक माना जाता है।