जैसे जैसे लोकसभा चुनाव नजदीक आ रहे हैं वैसे ही चुनावी मैदान पर गर्मी बढ़ती हुई देखी जा रही है। ऐसा ही हालिया नज़ारा पश्चिम बंगाल में देखा जा सकता है।
2019 के लोक सभा चुनाव को मद्देनजर रखते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पश्चिम बंगाल में एक बैठक करने वाले है, लेकिन उस बैठक से ठीक पहले भाजपा और तृणमूल कॉंग्रेस की आपसी दुश्मनी ने राज्य को पोस्टरों से पाट दिया है।
बीजेपी ने राज्य में सत्तासीन पार्टी तृणमूल कॉंग्रेस पर आरोप लगाया है कि उसने प्रधानमंत्री मोदी के चेहरे वाले पोस्टरों पर ममता बनर्जी के पोस्टर चिपका दिये हैं। बीजेपी ने इसे गैर-लोकतान्त्रिक रवैय्या बताया है।
बीजेपी के राष्ट्रीय सचिव राहुल सिन्हा ने मीडिया को बताया है कि तृणमूल कॉंग्रेस के कार्यकर्ताओं ने प्रधानमंत्री की बैठक वाले स्थल से महज 50 मीटर दूरी पर इस तरह की हरकत को अंजाम दिया है।
हालाँकि बीजेपी ने इसका विरोध करने के साथ ही पुलिस में शिकायत भी दर्ज़ कराई है।
इसी के साथ बीजेपी का मानना है कि राज्य में प्रधानमंत्री मोदी कि आगामी बैठक न सिर्फ अभूतपूर्व होगी बल्कि ऐतिहासिक भी होगी।
प्रधानमंत्री मोदी पश्चिम बंगाल में अपने एक दिवसी दौरे के दौरान बैठक में हिस्सा लेने के साथ ही दुर्गापुर व ठाकुरनगर में रैलियों को भी संबोधित करेंगे।
प्रधानमंत्री के इस एक दिवसी कार्यक्रम में रेलवे के 300 किलोमीटर के विद्युतीकृत रूट के उदघाटन के साथ ही हिजली से नारायनगढ़ तक 20 किलोमीटर की तीसरी लेन का उदघाटन शामिल है।
राज्य में रैली के दौरान प्रधानमंत्री एनआरसी (नेशनल रजिस्टर फॉर सिटिज़न) पर भी बोलते हुए नज़र आ सकते हैं। मालूम हो कि बांग्लादेश से सबसे ज्यादा अवैध घुसपैठ पश्चिम बंगाल में ही देखने को मिलती है। ऐसे में एनआरसी पश्चिम बंगाल के लिए बेहद संवेदनशील मुद्दा है।