कांग्रेस नेता विलासराव मुत्तेमवार द्वारा प्रधानमंत्री मोदी के पिता पर विवादास्पद बयान देने के बाद अब वित्त मंत्री अरुण जेटली भी इस मुद्दे पर कूद पड़े है। वित्त मंत्री ने प्रधानमंत्री के पिता पर की गई टिपण्णी को अपमानजनक बताया और कहा कि ये कांग्रेस के लिए ‘सेल्फ गोल’ साबित होगा।
उन्होंने कांग्रेस पर हमला करते हुए कहा ‘कांग्रेस सिर्फ बड़े उपनाम वाले लोगों को ही राजनीति के लायक समझती है।’ जेटली ने ये बातें अपने ब्लॉग पर कही।
गौरतलब है कि कुछ दिनों पहले राजस्थान में एक रैली को संबोधित करते हुए कांग्रेस नेता विकासराव मुत्तिम्वार ने कहा था ‘राहुल के पिता को सारी दुनिया जानती है लेकिन मोदी के पिता को कौन जानता है?’
जेटली ने कहा कि कांग्रेस नेता द्वारा दिए गए तर्क यह थे कि ‘यदि आप एक प्रसिद्ध परिवार की विरासत का प्रतिनिधित्व करते हैं, तो यह आपके पक्ष में एक राजनीतिक मुद्दा है।’ इस तर्क को विस्तारित करते हुए वित्त मंत्री ने कहा: “लाखों प्रतिभाशाली राजनीतिक कार्यकर्ता जो मामूली पारिवारिक पृष्ठभूमि से आते हैं वो कांग्रेस का नेतृत्व करने की दौर में असफल हो जाएंगे।
केंद्रीय मंत्री ने कहा कि ‘अपने तर्क की पुष्टि करने के लिए मैंने अपने परिचितों से 3 सवाल किये लेकिन मुझे इसका जवाब नहीं मिला। सवाल थे: ‘गांधीजी के पिता का नाम क्या है? सरदार पटेल के पिता का नाम क्या है? सरदार पटेल की पत्नी का नाम क्या है? मेरे किसी भी मित्र ने इसका जवाब नहीं दिया और ये ही कांग्रेस के राजनीति की सबसे बड़ी त्रासदी है जिसका असर देश पर पड़ रहा है।
उन्होंने कहा ‘जब कुछ परिवारों का करिश्मा पूरी तरह बिखर जायेगा और पार्टियां लोकतांत्रिक प्रक्रिया के माध्यम से पारिवारिक योग्यता वाले नेताओं को फेंक देंगी तब भारतीय लोकतंत्र की वास्तविक ताकत का पता चलेगा।’
जेटली ने अपने ब्लॉग के जरिये कांग्रेस की वंशानुगत राजनीति की जमकर बखिया उघेड़ी।
जिस वक़्त अरुण जेटली ने अपना ब्लॉग पोस्ट किया ठीक उसी वक़्त भाजपा अध्यक्ष अमित शाह ने राजस्थान के सिरोही में एक चुनावी सभा को संबोधित करते हुए कांग्रेस पर जम कर हमले किये। अमित शाह ने कहा कि एक चायवाला प्रधानमंत्री की कुर्सी तक पहुँच गया ये कांग्रेस के लोगों से देखा नहीं जा रही है और वो प्रधानमंत्री के प्रति अपशब्दों का प्रयोग कर रहे हैं। उन्होंने लोगों से कांग्रेस को सजा देने के लिए उनके खिलाफ वोट वोट देने की अपील की।