Tue. Nov 5th, 2024
    पाकिस्तान

    नए साल के अवसर पर पाकिस्तान को अमेरिका से लगातार बेइज्जती सहनी पड़ रही है। पिछले कई सालों से आतंकवाद का समर्थन करने का फैसला आज पाकिस्तान को अंतरराष्ट्रीय स्तर पर धूमिल कर रहा है। अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प के बाद संयुक्त राष्ट्र में राजदूत निक्ली हेली व अन्य ने पाकिस्तान के ऊपर जमकर निशाना साधा है।

    अमेरिका का पाकिस्तान पर जुबानी हमला जहां जारी है वहीं पर पाकिस्तान के पूर्व राष्ट्रपति परवेज मुशर्रफ ने भी स्वीकार कर लिया है कि अंतरराष्ट्रीय स्तर पर इस्लामाबाद (पाकिस्तान) का कोई सम्मान नहीं है।

    एक पाकिस्तानी टीवी न्यूज चैनल को दिए साक्षात्कार में परवेज मुशर्रफ ने कहा कि जब भारतीय प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी पाकिस्तान के ऊपर हावी हो रहे थे तब इस्लामाबाद की विदेश नीति दोषपूर्ण थी। गलत विदेश नीति की वजह से भारत, पाकिस्तान पर हावी होता जा रहा है।

    आगे कहा कि “आप मुझे बताते है, क्या पाकिस्तान का सम्मान अंतरराष्ट्रीय स्तर पर है? हमारी अंतरराष्ट्रीय कूटनीति बेहद दोषपूर्ण है। नरेन्द्र मोदी हम पर हावी हो रहे है और हम अतंरराष्ट्रीय स्तर पर अलग है। हम क्यों स्वीकार करते है कि लश्कर-ए-तैयबा एक आतंकवादी समूह है।“

    लश्कर और हाफिज सईद का सबसे बड़ा समर्थक ः परवेज

    परवेज मुशर्रफ ने यह भी स्वीकार किया कि जब लश्कर-ए-तैयबा कश्मीर में सक्रिय था, तब वह लश्कर और हाफिज सईद के जमात-उद-दावा के सबसे बड़े समर्थक थे।

    परवेज मुशर्रफ के बयान से स्पष्ट है कि जब वो पाकिस्तान के राष्ट्रपति थे तब उनकी मंशा भारत में आतंकवाद फैलाने की थी। वहीं परवेज ने माना है कि अंतरराष्ट्रीय स्तर पर पाकिस्तान का वजूद निचले स्तर पर है।

    पाकिस्तान को आतंकवाद का सहयोग करना ही भारी पड़ रहा है। नए साल के अवसर पर अमेरिका ने पाकिस्तान के ऊपर जमकर आरोप लगाए है।

    वहीं अगले दिन निक्की हेली ने भी पाकिस्तान के ऊपर अमेरिका के साथ डबल गेम खेलने का आरोप लगाया है। पाकिस्तान इस समय वैश्विक स्तर पर अकेला पड़ रहा है। चीन के सिवाय पाकिस्तान का अन्य कोई देश समर्थन नहीं कर रहा है।