भारत के प्रधानमन्त्री नरेंद्र मोदी ने संयुक्त राष्ट्र के महासचिव एंटोनियो गुएट्रेस ने रविवार को मुलाकात के दौरान कहा कि अनुच्छेद 370 को हटाना भारत का आंतरिक मामला है और क्षेत्रीय तनाव को खतरा होने वाले किसी भी तरीके का कदम नयी दिल्ली ने नहीं उठाया था।
प्रधानमन्त्री ने कहा कि जी 7 के सम्मेलन के इतर मुलाकात के दौरान महासचिव से कहा कि आतंकवाद प्राथमिक खतरा है और चिंताजनक है और जम्मू कश्मीर में कानून व्यवस्थता को बरक़रार रखने के लिए पाबंदियां जारी रखेंगे।
उन्होंने कहा कि प्रगतिशील तरीके से पाबंदियो को हटाया जा रहा है। विदेश सचिव विजय गोखले ने सोमवार को मोदी की तीन राष्ट्रों के बाबत बताया था। उन्होंने कहा कि यूएन महासचिव का प्रमुख मकसद जलवायु परिवर्तन हैं। मोदी ने यकीन दिलाया कि भारत उनके साथ खड़ा है।
कश्मीर पर चर्चा के एक सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि कुछ चर्चा हुई थी। उन्होंने कहा कि “प्रधानमन्त्री ने आंतरिक मामले पर अपनी मूल स्थिति पर जोर दिया था कि अनुच्छेद 370 संविधान के तहत है। भारत ने ऐसा कोई कदम नहीं उठाया है जो अंतर्राष्ट्रीय शान्ति और स्थिरता को नुकसान पंहुचाये। जम्मू कश्मीर में सामान्य स्थिति वापस लौट रही है।”
पीएमओ ने ट्वीट कर कहा कि “गुएटरेस के मोदी ने मुलाकात में दोनों नेताओ ने विभिन्न विषयों पर फलदायी चर्चा की थी।” डोनाल्ड ट्रम्प के साथ कश्मीर पर वार्ता में गोखले ने कहा कि प्रधानमन्त्री मोदी और राष्ट्रपति ट्रम्प ने जो भी सार्वजनिक स्तर पर कहा, आपने सुना होगा।”
उन्होंने कहा कि “प्रधानमन्त्री की ट्रम्प और ब्रितानी पीएम से मुलाकात के दौरान ज्यादा कश्मीर मामले पर चर्चा नहीं हुई थी।”