प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी गुरुवार को दो दिवसीय दौरे पर कर्नाटक पहुंचे। कर्नाटक के तुमकुरु में श्रीसिद्धगंगा मठ में प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी ने जनता को संबोधित किया। अपने संबोधन के दौरान उन्होंने कांग्रेस पर जमकर हमला बोला। साथ ही उन्होंने विवादित नागरिकता संशोधन अधिनियम को लेकर भी बात की।
तीसरा दशकक उम्मीदों और आकांक्षाओं की मजबूत नींव के साथ शुरु हुआ
पीएम मोदी ने कहा, मैं भाग्यशाली हूं कि मैं इस पवित्र भूमि से वर्ष 2020 की शुरुआत कर रहा हूं। मेरी कामना है कि श्री सिद्धगंगा मठ की यह पवित्र ऊर्जा हमारे देश के लोगों के जीवन को समृद्ध बनाए। भारत ने 21 वीं सदी के तीसरे दशक में नई ऊर्जा और नए जोश के साथ प्रवेश किया है। आपको याद होगा कि पिछले दशक की शुरुआत के समय देश में किस तरह का माहौल था। लेकिन यह तीसरा दशक उम्मीदों और आकांक्षाओं की मजबूत नींव के साथ शुरू हुआ है।
कांग्रेस और उनके सहयोगी शरणार्थियों के खिलाफ रैलियां निकाल रहे हैं
विवादित नागरिकता कानून को लेकर उन्होंने कहा कि, पाकिस्तान का गठन धर्म के आधार पर किया गया था। वहां धार्मिक अल्पसंख्यकों को सताया जा रहा था। वहां उत्पीड़न होने की वजह से वहां रहने वाले अल्पसंख्यक शरणार्थी के रूप में भारत आने के लिए मजबूर हैं। लेकिन कांग्रेस और उसके सहयोगी पाकिस्तान के खिलाफ नहीं बोलते हैं। इसके बजाय वे इन शरणार्थियों के खिलाफ रैलियां निकाल रहे हैं।
आंदोलन करना है तो पाकिस्तान के कार्यों के खिलाफ आवाज उठाइए
पीएम मोदी ने कहा, जो लोग आज भारत की संसद के खिलाफ आंदोलन कर रहे हैं। मैं कहना चाहता हूं कि आज जरूरत है अंतरराष्ट्रीय स्तर पर पाकिस्तान की गतिविधियों का पर्दाफाश करने की। अगर आपको आंदोलन करना है, तो पिछले 70 वर्षों के पाकिस्तान के कार्यों के खिलाफ आवाज उठाइए।
जुलूस निकालना है तो हिंदू-दलित-शोषितों के समर्थन में जुलूस निकालिए
उन्होंने आगे कहा, अगर आपको नारे लगाने ही हैं तो पाकिस्तान में जिस तरह अल्पसंख्यकों पर अत्याचार हो रहा है, उसे जुड़े नारे लगाइए। अगर आपको जुलूस निकालना ही तो पाकिस्तान से आए हिंदू-दलित-पीड़ित-शोषितों के समर्थन में जुलूस निकालिए।