एक महत्वपूर्ण समय में जब अफगानिस्तान में तालिबान की सरकार का गठन चल रहा है, प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी के राष्ट्रपति जो बिडेन और प्रशासन के शीर्ष अधिकारियों से मिलने के लिए इस महीने के अंत में अमेरिका की तीन दिवसीय यात्रा करने की उम्मीद है।
पीएम मोदी 22 सितंबर को वाशिंगटन डीसी पहुंचेंगे और अगली सुबह वह अमेरिका की शीर्ष कंपनियों के सीईओ से मुलाकात करेंगे। एएनआई की एक रिपोर्ट के मुताबिक ऐप्पल प्रमुख टिम कुक के साथ एक बैठक भी एजेंडा में शामिल है।
अमेरिका के शीर्ष व्यवसायियों के साथ बैक-टू-बैक बैठकों के बाद पीएम मोदी के अमेरिकी उपराष्ट्रपति कमला हैरिस से भी मिलने की उम्मीद है। प्रधानमंत्री उसी दिन ऑस्ट्रेलिया के प्रधानमंत्री स्कॉट मॉरिसन और जापानी समकक्ष योशीहिदे सुगा से भी मुलाकात करेंगे।
रिपोर्ट्स के मुताबिक पीएम मोदी और राष्ट्रपति बिडेन के बीच अफगानिस्तान, कोविड-19, जलवायु परिवर्तन, इंडो पैसिफिक, आतंकवाद समेत अन्य मुद्दों पर चर्चा होने की उम्मीद है।
यह यात्रा ऐसे समय में भी हो रही है जब अमेरिका 9/11 के आतंकवादी हमलों के 20 साल पूरे होने का वर्ष मनाएगा। एक अन्य रिपोर्ट के मुताबिक शेड्यूलिंग टीम 9 सितंबर को पहले ही अमेरिका पहुंच जाएगी, जबकि पीएम मोदी की यात्रा 23 सितंबर को वाशिंगटन में राष्ट्रपति जो बिडेन के साथ द्विपक्षीय मुलाकात के साथ शुरू होगी। रिपोर्ट में कहा गया है कि इसके बाद अगले दिन एक क्वाड (चतुर्भुज सुरक्षा संवाद) शिखर सम्मेलन आयोजित होगा।
इसके बाद पीएम मोदी भारत वापस आने से पहले 25 सितंबर को संयुक्त राष्ट्र महासभा (यूएनजीए) को संबोधित करेंगे। मार्च में बांग्लादेश के बाद यह उनकी पहली अंतरराष्ट्रीय यात्रा है।
पीएम मोदी के दौरे के दौरान वाइट हाउस में एक डिनर के भी आयोजन की सम्भावना है। दिलचस्प बात यह है कि ब्रिटेन के प्रधान मंत्री बोरिस जॉनसन की यात्रा भी पीएम मोदी की वाशिंगटन यात्रा के साथ मेल खा रही है। अतः दोनों प्रधानमंत्रियों के भी मिलने की संभावना है। 24 सितंबर की शाम को पीएम मोदी वाशिगंटन से न्यूयॉर्क के लिए रवाना होंगे जहां अगले दिन वह संयुक्त राष्ट्र महासभा में भाषण देंगे।