नई दिल्ली, 17 अगस्त (आईएएनएस)| एमसी मैरी कॉम शनिवार को उस बैठक से बचती दिखीं जिसमें उनके कोच छोटे लाल यादव को द्रोणाचार्य अवार्ड देने के विषय में चर्चा होनी थी।
मैरी कॉम उस 12 सदस्यीय समिति का हिस्सा हैं जो राष्ट्रीय खेल पुरस्कार के लिए नाम नामांकित कर रही है। उन्होंने इस सूची में अपने कोच का नाम भी डाला है, जिसकी काफी आलोचना हो रही है, लेकिन जब कोच के नाम पर चर्चा शुरू हुई तो मैरी कॉम ने बैठक से दूर जाने का फैसला लिया।
आईएएनएस के पास मौजूद जानकारी के मुताबिक मैरी कॉम ने शनिवार को अंतिम बैठक में इसलिए हिस्सा नहीं लिया क्योंकि उनके कोच का नाम अवार्ड की सूची में है।
समिति में शामिल होने को लेकर जब मैरी कॉम की मीडिया में आलोचना हुई तो मैरी कॉम ने इस्तीफा देने का भी फैसला कर लिया था।
मुक्केबाजी महासंघ ने यादव का नाम मैरी कॉम की सलाह पर भेजा था।
मैरी चयन समिति में शामिल खिलाड़ियों में हैं जिनमें उनके अलावा पूर्व फुटबाल खिलाड़ी बाइचुंग भूटिया, पूर्व लंबी कूद खिलाड़ी अंजू बॉबी जॉर्ज, भारतीय महिला क्रिकेट टीम की पूर्व कप्तान अंजुम चौपड़ा और टेबल टेनिस कोच कमलेश मेहता जैसे खिलाड़ी शामिल हैं।
यह समिति खेल रत्न, अर्जुन अवार्ड, ध्यानचंद और द्रोणाचार्य अवार्ड के लिए नाम नामांकित करेगी। इस समिति में सर्वोच्च अदालत के पूर्व न्यायाधीश मुकुंदन शर्मा, खेल सचिव राधेश्याम झुलानिया, भारतीय खेल प्राधिकरण के महा निदेशक संदीप प्रधान और टारगेट ओलम्पिक पोडियम स्कीम (टॉप्स) के मुख्य कार्यकारी कमांडर राजेश राजगोपालन के नाम भी शामिल हैं।
भारतीय मुक्केबाज महासंघ (बीएफआई) ने अर्जुन अवार्ड के लिए गौरव बिधुड़ी, अमित पंघल, संध्या गुरंग के नाम भेजे हैं जबकि द्रोणाचार्य अवार्ड के लिए शिव सिंह का नाम भी भेजा है।