फ्रांस के राष्ट्रपति इम्मानुएल मैक्रॉन ने मंगलवार को तत्काल संवर्द्धित यूरेनियम के भण्डार को कम करने की मांग की है। एक दिन पूर्व ही तेहरान ने साल 2015 परमाणु संधि की कुछ प्रतिबद्धताओं से पीछे हटने का ऐलान किया था। बयान में मैक्रॉन ने कहा कि “वह चिंतित है कि तेहरान साल 2015 की संधि का उल्लंघन कर रहा है और ईरान से तत्काल अपने निर्णय को वापस लेने की मांग की है।”
उन्होंने ईरान से ऐसा कोई कदम न उठाने की मांग की है जो परमाणु कर्तव्यों को दरकिनार कर दे।” फ्रांस के नेता ने कहा कि “आगामी दिनों में ईरान और अमेरिका के बीच तनाव को कम करने विधेयक की तरफ कार्य करना जारी रखेंगे जो उसके कर्तव्यों का पूरी तरह सम्मान करता है और आर्थिक परिस्थिति का फायदा उठाना जारी रखेंगे।”
ईरान ने मई में ऐलान किया था कि वह ज्यादा समय तक सीमा का सम्मान नहीं कर सकेंगे। ईरान का यह कदम यूरोप पर दबाव को बढ़ाने के लिए है ताकि वह इस संधि को बचा सके।
ज़रीफ़ ने कहा कि “यह कदम संधि का उल्लंघन नहीं है। अमेरिका के संधि तोड़ने के लिए तेहरान अपने अधिकार से जवाब दे रहा है।” हाल ही में ट्रम्प ने ईरान पर हमले के आदेश दिए थे लेकिन हमले से कुछ समय पूर्व ही इसे रद्द कर दिया था।
अमेरिका ने ईरान पर साल 2015 की संधि के उल्लंघन का इल्जाम लगाया था। अमेरिका ने तेहरान को धमकी दी कि वह उन्हें कभी परमाणु हथियारों को विकसित नहीं करने देंगी। अमेरिका ने बीते वर्ष परमाणु संधि से अपना नाता तोड़ दिया है और इस वर्ष मई में ईरान ने संधि के कुछ नियमों को तोड़ने का ऐलान किया था।