फिल्म निर्माता, मधुर भंडारकार की ‘इंदु सरकार’ आये दिन एक नयी सुर्ख़ियों में रिलीज़ से पहले ही आती रही है, आखिरकार जब आज यह फिल्म सिनेमाघरों में रिलीज़ हुई तब मधुर ने चैन की सास ली। उन्होंने मीडिया को बताया कि उनके पिछले कही दिन काफी मुसीबत और परेशानी से भरे हुए रहे।
गुरूवार को निर्देशक, मधुर ने फिल्म की स्क्रीनिंग के समय मीडिया से वार्तालाप करते हुए अपने मन की ख़ुशी जाएज़ की। उन्होंने बताया कि वो काफी खुश है। उनके पिछले दिन काफी संघर्षपूर्ण थे। वो पिछले दिनों उच्च न्यायालय से लेकर सर्वोच्च न्यायालय तक पहुंच गए। और आखिरकार फिल्म रिलीज से वह अत्यंत खुश है।
इंदु सरकार सन 1975 से 1977 में इंदिरा गाँधी के कार्यकाल के समय लगायी गयी आपातकाल पर निर्माणित है। जब से इस फिल्म का ट्रेलर सामने आया था तब से लेकर इसकी रिलीज़ डेट तक, कभी कांग्रेस दल के कार्यकर्ता ने इस फिल्म में गाँधी परिवार की गलत छवि दर्शकों के सामने उजागर करने का इलज़ाम मधुर पर लगाया, तो कभी सेंसर बोर्ड ने फिल्म के कुछ दृश्य को कट करने कर आदेश दिया, ले देकर इस फिल्म को चार कट के बाद, U/A सर्टिफिकेट प्रदान किया गया।
भंडारकर ने आगे कहा, “कट के बारे में मैं खुश हूं, जब पुनरीक्षण समिति ने इसे देखा तो उन्हें यह फिल्म बहुत पसंद आई, तो कट के बाद भी फिल्म का सार अभी भी मौजूद है। दो छोटे कट, दो छोटे बीप और एक डिस्क्लैमर, बाकी जिन दृश्यों में कट लगाने के सुझाव दिए गए थे, वे अभी भी फिल्म में हैं, इसलिए मैं इस बारे में बेहद खुश हूं।”
उम्मीद करते है वास्तविक हालातों पर आधारित यह फिल्म दर्शकों को पसंद आये। और भंडार की कड़ी मेहनत सफल हो जाये।