अमेरिका और चीन के बीच चल रहा व्यापार युद्ध थमने का नाम नहीं ले रहा है। अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने कहा कि वैश्विक आर्थिक ताकत अमेरिका को चीन ज्यादा समय तक हटाकर नहीं रख सकेगा। उन्होंने अपने प्रशासन द्वारा लागू नीतियों का गुणगान करते हुए कहा कि अमेरिका अपनी नीतियों से चीन को मात दे देगा।
अमेरिका और चीन के बीच जबरदस्त व्यापार जंग छिड़ी हुई है। दोनों राष्ट्रों ने एक दूसरे के देश से आयात माल पर जरूरत से ज्यादा अतिरिक्त शुल्क थोप रखा है। डोनाल्ड ट्रम्प ने चीन के लम्बे समय से अंतर्राष्ट्रीय कानून का उल्लंघन करने अवैध प्रयासों के मंसूबों को ठिकाने लगाने का वादा किया है।
व्हाइट हाउस में मीडिया से मुखातिब होकर राष्ट्रपति ट्रम्प ने कहा कि चीन ने दो साल तक अमेरिका को वैश्विक ताकत के हक़ से दूर रखा, लेकिन अब वह बहुत दूर है। उन्होंने कहा कि अमेरिका अभी विश्व में अव्वल दर्जे की अर्थव्यवस्था है, चीन ने जापान को पछाड़कर दूसरे स्थान पर काबिज हो गया है।
राष्ट्रपति ट्रम्प ने चीन की मेड इन चीन 2015 की योजना पर चिंता व्यक्त की है। डोनाल्ड ट्रम्प ने कहा कि चीन की साल 2025 में आर्थिक ताकत बनने की योजना मरे लिए बेहद शर्मनाक है, इस साल वह विश्व की अर्थव्यवस्था पर राज करेंगे। उन्होंने कहा ऐसा नहीं होगा।
मेड इन चीन 2025 चीनी सरकार की रणनीतिक योजना है जिसके तहत वह साल 2020 तक अपने देश में 40 फीसदी कच्चे माल का उत्पादन करेंगे और साल 2025 तक 70 प्रतिशत उत्पादन बढ़ाएंगे। जानकारों के मुताबिक चीन का यह प्रयास मैन्युफैक्चरिंग हब बनना है और अमेरिका से सीधे प्रतिस्पर्धा करना है।
डोनाल्ड ट्रम्प एर्जेंतिना में आयोजित जी-20 के सम्मेलन के इतर चीनी राष्ट्रपति शी जिंगपिंग से मुलाकात कर सकते हैं। इस आयोजन में व्यापार एक मुख्य मुद्दा होगा।
डोनाल्ड ट्रम्प ने कहा कि हम ऊपर की और अग्रसर है और चीनी नीचे जा रहे हैं, मैं नहीं चाहता वह नीचे जाए। उन्होंने कहा कि हमारे मध्य बैठक अच्छी थी और हम देखेंगे कि क्या किया जा सकता है। उन्होंने कहा कि अमेरिका चीन के साथ व्यापार समझौता करने का प्रयास करेगा क्योंकि उनके चीन के राष्ट्रपति के साथ मधुर रिश्ते हैं।