हिंदुस्तान एयरोनॉटिक्स लिमिटेड (HAL) ने घोषणा की है कि वह भारत इलेक्ट्रॉनिक्स लिमिटेड (BEL) के साथ ‘मेक इन इंडिया’ पहल के हिस्से के रूप में एक अनुबंध (contract) साइन किया है। इस अनुबंध के तहत रक्षा अधिग्रहण प्रक्रिया (DAP) 2020 की MAKE-II प्रक्रिया के तहत मंगलवार को Su-30 MKI के लिए लॉन्ग रेंज डुअल बैंड इंफ्रा-रेड सर्च एंड ट्रैक सिस्टम (IRST) के सह-विकास और सह-उत्पादन किया जायेगा।
हिंदुस्तान एयरोनॉटिक्स लिमिटेड (कोरवा) के जनरल मैनेजर श्री सुनील कुमार श्रीवास्तव और भारत इलेक्ट्रॉनिक्स लिमिटेड (चेन्नई) के जनरल मैनेजर श्री लोयोला पेड्रो वियान्नी जी ने अनुबंध पर हस्ताक्षर किए। इस अवसर पर श्री अरूप चटर्जी, निदेशक, इंजीनियरिंग और अनुसंधान एवं विकास (HAL) और श्री एम वी राजशेखर, निदेशक, अनुसंधान एवं विकास (BEL) उपस्थित थे।
HAL and BEL signed a contract for co-development and co-production of Long Range Dual Band indigenous Infra-Red Search and Track System (IRST) for Su-30 MKI @SpokespersonMoD @drajaykumar_ias @DefProdnIndia @gopalsutar @cmdbel #AatmanirbharBharat pic.twitter.com/ZaY0WgkQls
— HAL (@HALHQBLR) April 26, 2022
प्रस्तावित IRST प्रणाली रक्षा एवियोनिक्स के क्षेत्र में एक उच्च अंत रणनीतिक प्रौद्योगिकी उत्पाद होगी और वैश्विक बाजार में मौजूदा IRST प्रणाली के लिए तकनीकी रूप से प्रतिस्पर्धी होगी जिसमें टेलीविजन डे कैमरा, इन्फ्रारेड और लेजर सेंसर की विशेषताएं हवा से हवा और हवा के लिए सिंगल विंडो में होंगी। यह प्रणाली भारतीय वायु सेना की वायु श्रेष्ठता को बढ़ाएगी।
तकनीकी रूप से महत्वपूर्ण IRST के विकास के लिए दो रक्षा सार्वजनिक उपक्रमों के हाथ मिलाने से रक्षा क्षेत्र में “आत्मनिर्भर भारत” को प्रोत्साहन मिलेगा। यह पहल वैश्विक प्रतिस्पर्धी माहौल में विभिन्न प्लेटफार्मों के लिए IRST के उच्च अंत रणनीतिक प्रौद्योगिकी उत्पाद के विकास के लिए स्वदेशी रक्षा निर्माण के क्षेत्र में भविष्य का रास्ता खोलेगी।
Boost to Make-in-India: HAL & BEL Sign Contract for co-development and co-production of Indigenous Long Range Dual Band Infra-Red Search and Track System (IRST) for Su-30 MKI under the MAKE-II procedure of DAP 2020. @DefenceMinIndia pic.twitter.com/9Fl9s8aG7N
— Bharat Electronics Limited (BEL) (@BEL_CorpCom) April 26, 2022
HAL एयरोस्पेस और रक्षा उद्योग के जगत में कार्य करती है। इसका इतिहास और विकास 79 से अधिक वर्षों से भारत में वैमानिकी उद्योग के विकास का पर्याय है। वहीं BEL की शुरुआत 1954 में हुई। BEL अब रक्षा संचार जैसे क्षेत्रों में अत्याधुनिक उपकरण- रडार, नेवल सिस्टम, C4I सिस्टम, वेपन सिस्टम, होमलैंड सिक्योरिटी, टेलीकॉम और ब्रॉडकास्ट सिस्टम, इलेक्ट्रॉनिक वारफेयर, टैंक इलेक्ट्रॉनिक्स, इलेक्ट्रो ऑप्टिक्स, प्रोफेशनल इलेक्ट्रॉनिक कंपोनेंट्स और सोलर फोटोवोल्टिक सिस्टम का उत्पादन करता है।