अमेरिका के रक्षा विभाग ने सोमवार को कहा कि “वह मेक्सिको की दक्षिणी सीमा से लगे मेक्सिको के बॉर्डर पर 320 अतिरिक्त सैनिको की तैनाती करेंगे ताकि प्रवासी अधिकारीयों की मदद की जा सके।” सितम्बर के अंत तक सैनिको की तैनाती कर दी जाएगी।
2900 सक्रीय सैनिको और 2000 नेशनल गार्ड्स के सदस्यों को बॉर्डर की पोस्ट पर तैनात किया जायेगा। पेंटागन के प्रवक्ता लेफ्टिनेंट कर्नल जमीए डेविस ने कहा कि “सैनिको को परिवहन माइग्रेंट्स, हिरासत में प्रवासियों के कल्याण पर निगरानी की जाएगी और भोजन मुहैया किया जायेगा।”
सैनिको से कोई कानून प्रवर्तन कार्य नहीं कराया जायेगा। डेविस ने कहा कि “किसी भी स्थिति में प्रवासियों से नजदीकी के लिए डीओडी के सैनिको की जरुरत होती है। डिपार्टमेंट ऑफ़ होमलैंड सिक्योरिटी कानून प्रवर्तन सैनिक वहां मौजूद होंगे और कानून प्रवर्तन कार्यों में जरूरत होगी।
हालिया महीनो में हज़ारो प्रवासी मेक्सिको के मुहाने में पंहुचे हैं। अधिकतर मध्य अमेरिकी लोग अपने मुल्क में गरीबी और हिंसा से जूझ रहे हैं। अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने इसे राष्ट्रीय सुरक्षा के लिए खतरा करार दिया है।
उन्होंने कहा कि “बीते हफ्ते अमेरिका ने हथियारबंद सैनिको को दक्षिणी सीमा पर भेजा था क्योंकि मेक्सिको के सैनिको ने अमेरिकी सैनिको की बंदूकों को छिना था। इसके बाद प्रवासियों के कारण मेक्सिको के साथ जुबानी युद्ध शुरू हो गयी थी।” राष्ट्रपति ने ट्वीटर पर लिखा कि “20000 लोगो का एक बहुत बड़ा कारवाँ मेक्सिको के जरिये अमेरिका की तरफ बढ़ रहा है।”
तिजुआना के स्पोर्ट्स काम्प्लेक्स में और बाहर 5000 से अधिक आप्रवासियों ने शिविर बना रखे हैं। इसने कई लोग अमेरिका में आश्रय के लिए आवेदन करना चाहते हैं लेकिन विभाग ने एक दिन में केवल 100 याचिका ही स्वीकार करने का निर्णय लिया है। मेक्सिकों के आंतरिक मंत्रालय ने कहा कि उनके देश ने 19 अक्टूबर से 11 हज़ार मध्य अमेरिकियों को वापस उनके देश भेज दिया है।