अमेरिकी-मेक्सिको बॉर्डर पर एकत्रित हुए आप्रवासियों को रोकने के लिए अमेरिका ने 15 हज़ार सैनिको की सीमा पर तैनाती की है। राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने कहा कि अगर जरुरत पड़ी तो अमेरिका स्थायी तौर पर मेक्सिको की सीमा को बंद कर देगा। सीमा पर आप्रवासियों के साथ मुठभेड़ में अमेरिकी सैनिकों ने आंसू गैस के गोलों का इस्तेमाल किया था। कई लोग सीमा उल्लंघन करने की जुगत कर रहे थे।
डोनाल्ड ट्रम्प ने ट्वीट कर कहा कि मेक्सिको को इन आप्रवासियों को हटाना चाहिए, इनमे से कई अपराधी है जिन्हें अपने देश वापस भिजवा दिया जाना चाहिए। डोनाल्ड ट्रम्प ने कहा कि इन आप्रवासियों को हवाईजहाज, बस या चाहे जिससे वापस इनके वतन भेजो लेकिन यह अमेरिकी सरजमीं पर दाखिल नहीं होने चाहिए, अगर ऐसा हुआ तो अमेरिका स्थायी तौर पर सीमा बंद कर देगा।
अमेरिका के राष्ट्रपति को नवम्बर में आयोजित मध्यावधि चुनावों से पूर्व भी आप्रवासियों का एक कारवां अमेरिकी सीमा की और बढ़ने की जानकारी मिली थी। यह अमेरिकी सुरक्षा के लिए खतरा हो सकता है और इस समूह में कई अपराधी भी मौजूद है। मेक्सिको अमेरिका का तीसरा सबसे बड़ा व्यापार साझेदार है, साल 2017 में दोनों राष्ट्रों के मध्य 557.6 बिलियन डॉलर का व्यापार हुआ था।
डोनाल्ड ट्रम्प के ट्वीट के बाद मेक्सिको की मुद्रा में 0.3 फीसदी गिरावट दर्ज हुई थी। अमेरिकी बॉर्डर अधिकारियों ने रविवार को सान यासिद्रो बंदरगाह का मार्ग बंद कर दिया था जो दुनिया का सबसे व्यस्त मार्ग है। मीडिया के मुताबिक जनता की सुरक्षा के लिए आप्रवासियों पर आंसू गैस का इस्तेमाल किया गया था, इससे बच्चे खांस और चिल्ला रहे थे।
अमेरिकी सीमा पर तैनात अमेरिकी बॉर्डर पेट्रोल के प्रमुख रॉडनी स्कॉट ने बताया कि सीमा उल्लंघन करने पर अमेरिका ने 42 आप्रवासियों को गिरफ्तार किया है। प्रदर्शनकारी एजेंट्स पर पत्थर फेंक रहे थे. उन्होंने कहा कि 8200 आप्रवासी मध्य अमेरिका से मेक्सिको तक आ पहुंचे हैं। डोनाल्ड ट्रम्प ने आदेश दिए थे कि अगर जरुरी है, तो दक्षिणी सीमा को बंद कर दी जाए।
अमेरिकी राष्ट्रपति मेक्सिको और अमेरिका के मध्य दीवार के निर्माण कराना चाहते है, जिसका डेमोक्रेट्स और उनके के ही नेताओं ने विरोध किया है।