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    मोहम्मद-बिन-सलमान सऊदी अरब

    सऊदी अरब में प्रिंस मुहम्मद बिन सलमान को जबसे बादशाह के तख़्त सौंपने का ऐलान हुआ है तबसे कई विवादों ने उनके तख़्त पर खतरा बनकर मंडरा रहे हैं। मुहम्मद बिन सलमान को जून 2017 में सऊदी की राजगद्दी सौंपने का  ऐलान हुआ था।

    अलबत्ता मुहम्मद के लिए सलमान ने सऊदी अरब को आधुनिकरण की दौड़ में शामिल करने के लिए कई निर्णय लिए मसलन महिलाओं पर ड्राइविंग करने पर लगे प्रतिबन्ध हटाना, मैदान पर जाकर मैच देखना आदि हालाँकि धार्मिक गतिविधियों पर से दबाव मुक्त होना सऊदी के प्रिंस के लिए एक चुनौती होगी।

    यमन युद्ध

    सऊदी अरब ने साल 2015 से यमन में सेना को तैनात कर रखा है जो यमन की सरकार का सहयोग करते हैं। उनकी फौज ईरान समर्थित लड़ाकों से भिड़ती हैं।

    सऊदी अरब ने यमन में एयरस्ट्राइक भी की है जिसमें कई आम नागरिकों ने जान गवां दी थी। इस एयरस्ट्राइक में 951 व्यस्कों और 40 बच्चों की जान चली गयी थी। हालाँकि सऊदी ने इस नृशंस कांड का आरोप हुथी विद्रोहियों पर मढ़ा।

    यूएन द्वारा जारी एक रिपोर्ट में बताया था कि दोनों तरफ से कानून का उल्लंघन किया जा रहा है। लेकिन एयरस्ट्राइक से निर्दोष नागरिकों की जान गयी है। उन्होंने कहा इस विवाद में 10000 यमन नागरिकों की मौत हुई है।

    लेबनान पीएम का इस्तीफा

    लेबनान के प्रधानमंत्री साद हरिरि ने 4 नवंबर 2017 को सऊदी के दौरे के दौरान अचानक पद से इस्तीफे का ऐलान कर दिया।

    लेबनान पीएम ने बताया कि उन्हें जान का खतरा था जिसका जिम्मेद्दार उन्होंने ईरान को ठहराया। हालांकि कुछ दिनों बाद उन्होंने इस ऐलान को अफवाह बताते हुए कहा कि रियाद ने उन्हें बंदी बना लिया था।

    पत्रकार का लापता होना

    सऊदी अरब के पत्रकार जमाल खाशोगी 2 अक्टूबर से गायब है। उनकी इस्तांबुल के दूतावास में प्रवेश के बाद कोई सूचना नहीं मिली हैं। उन्होंने सऊदी के प्रिंस सलमान की यमन में दखलंदाज़ी को लेकर आलोचना की थी। गिरफ्तारी के डर से पत्रकार जमाल पिछले साल से अमेरिका में रह रहे थे।

    रियाद ने बताया कि दूतावास पहुंचने के थोड़ी देर बाद ही पत्रकार वहां से चले गए थे। हालाँकि सरकारी सूत्रों ने बताया कि पत्रकार को हत्यारों के गुट ने मार डाला था। सऊदी अरब ने इन आरोपों को निराधार बताया और तुर्की को दूतावास की जांच के लिए न्योता दिया।

    By कविता

    कविता ने राजनीति विज्ञान में स्नातक और पत्रकारिता में डिप्लोमा किया है। वर्तमान में कविता द इंडियन वायर के लिए विदेशी मुद्दों से सम्बंधित लेख लिखती हैं।

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