उत्तर प्रदेश के गाजियाबाद जिले के मुरादनगर में कल एक भीषण हादसा हुआ। यहां एक श्मशान घाट का लैंटर पिलर धंसने के कारण गिर गया। एक व्यक्ति की अंतिम यात्रा में आए लोगों में 25 लोगों की मौत मलबे के नीचे दबने से हो गई। घटना के बाद तुरंत राहत बचाव कार्य किया गया लेकिन उन लोगों की जान नहीं बच पाई। कुछ लोगों को चोटें भी आई हैं।
इसके बाद गुस्साए परिजनों ने मेरठ हाईवे बंद किया है। इसके अलावा मुरादनगर की तरफ जाने वाली पूरी ट्रैफिक को रोका जा चुका है। मृतकों के परिजन शवों को सड़कों पर रखकर धरने पर बैठे थे। परिजनों का कहना था कि उन्हें भी मार दिया जाए।
वहीं पता चला है कि कुछ सरकारी मुलाजिमों को हिरासत में लिया जा चुका है। ईओ निहारिका सिंह, जेई चंद्रपाल सिंह और सुपरवाइजर आशीष को गिरफ्तार किया जा चुका है। वहीं मुख्य ठेकेदार अजय त्यागी मौका देखकर फरार हो गया था। अजय त्यागी के साथ उसका दोस्त गोयल भी फरार है माना जा रहा है कि सारी गलती इन्हीं लोगों की है जिन्होंने निर्माण कार्य में कमी रखी। जिसके कारण ये हादसा हुआ। सूत्रों के हवाले से खबर आ रही है कि इस मामले में अब एक बड़ा खुलासा हुआ है।
श्मशान घाट के निर्माण के लिए तीन कंपनियों ने टेंडर डाला था। इन तीनों कंपनियों की पहले से ही आपस में पार्टनरशिप बताई जा रही है। साथ ही निर्माण कार्य में घोटाले के मामले में नगर पालिका का नाम भी सामने आ रहा है। सुनने में आ रहा है कि यह बात पहले से तय थी कि टेंडर अजय त्यागी को मिलना है। मृतकों के परिजनों का कहना है कि दोषियों को सख्त से सख्त सजा दिलाई जाए। वहीं उच्च अधिकारी भी इस मामले पर सक्रिय हो गए हैं। जल्द ही मुख्य आरोपियों को पकड़ लिया जाएगा।