प्रख्यात उर्दू शायर मुनव्वर राणा ने अब केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह पर निषेधाज्ञा का उल्लंघन करने का आरोप लगाया है। नागरिकता संशोधन अधिनियम (सीएए) के खिलाफ लखनऊ में प्रदर्शन के दौरान उसमें भाग लेने पर राणा की बेटियों के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है।
उन्होंने सवाल किया, “मेरी बेटियों सुमैया और फौजिया के खिलाफ निषेधाज्ञा के उल्लंघन का मामला दर्ज किया गया, लेकिन अमित शाह के बारे में क्या कहेंगे, जिन्होंने मंगलवार को राजधानी में हजारों लोगों को संबोधित किया? जनसभा में निश्चित तौर पर चार से ज्यादा लोग थे। दो अलग-अलग व्यक्तियों के लिए एक कानून के दो पहलू कैसे हो सकते हैं?”
भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के प्रवक्ता चंद्रमोहन ने तर्क दिया कि जनसभा के लिए विधिवत अनुमति ली गई थी। लेकिन शायर ने सवाल किया कि क्या कानून तोड़ने की अनुमति दी गई थी।
उत्तर प्रदेश कांग्रेस के अध्यक्ष अजय कुमार लल्लू ने मुनव्वर राणा का समर्थन करते हुए कहा, “धारा 144 केंद्रीय गृहमंत्री के लिए क्यों नहीं है? निषेधाज्ञा के उल्लंघन के लिए आम आदमी को उठाया जा रहा है, लेकिन जब सत्तारूढ़ भाजपा की बात हो तो प्रशासन खुशी-खुशी उन्हें कानून तोड़ने की अनुमति दे देता है।”
इस बारे में पूछे जाने पर लखनऊ के जिला अधिकारी अभिषेक अग्रवाल ने कहा कि जनसभा की अनुमति विधिवत रूप से प्रदान की गई थी।
उन्होंने कहा कि नगर निगम, लोक निर्माण विभाग (पीडब्ल्यूडी) और पुलिस समेत अन्य विभागों से भी जरूरी अनुमति ली गई थी।
मुनव्वर राणा ने हालांकि सवाल किया कि उन्हीं आदेशों का उल्लंघन करने पर गृहमंत्री अमित शाह के खिलाफ मामला कब दर्ज किया जाएगा?
उन्होंने कहा कि अगर शाह की रैली वैध बताई जाएगी तो सीएए और राष्ट्रीय नागरिक रजिस्टर (एनआरसी) के खिलाफ उनकी बेटियों और अन्य प्रदर्शनकारियों पर मुकदमा दर्ज करने की कार्रवाई अन्याय होगा।
सोमवार रात कथित रूप से निषेधाज्ञा का उल्लंघन करने पर जिन 160 लोगों पर नामजद और अज्ञात में मामला दर्ज किया गया था, उनमें राणा की बेटियां भी शामिल थीं।