Sun. Oct 6th, 2024

    लंबे समय से पंजाब की जेल में बंद मुख्तार अंसारी को यूपी सरकार उत्तर प्रदेश लाने की तैयारी में है, लेकिन पंजाब सरकार सरकार मुख्तार अंसारी को उत्तर प्रदेश पुलिस को सौंपने के लिए राजी नहीं है। पिछले कई महीने से उत्तर प्रदेश पुलिस के प्रयास है कि मुख्तार अंसारी को जल्द से जल्द यूपी लाया जा सके। लेकिन कभी मेडिकल का बहाना तो कभी कुछ और कह कर मुख्तार अंसारी की कस्टडी यूपी पुलिस को नहीं दी जा रही है। ऐसे में उत्तर प्रदेश सरकार ने मुख्तार अंसारी पर शिकंजा कसने की तैयारी कर ली है। खबर है कि मुख्तार अंसारी की पत्नी व बेटों का पासपोर्ट जब्त किया जा चुका है।

    उनके दोनों बेटों और पत्नी का पासपोर्ट पुलिस के पास है। अब वे किसी भी सूरत में देश से बाहर नहीं जा सकते। मुख्तार अंसारी को पंजाब से यूपी ना भेजने का मामला अब अदालत में है। सुप्रीम कोर्ट में ये मामला चल रहा है। मुख्तार अंसारी ने खुद एक हलफनामा दायर कर के अपने यूपी में ट्रांसफ़र का विरोध किया है। शुरुआत में परिवार ने आशंका जताई थी कि अंसारी का एकाउंटर किया जा सकता है।

    अदालत में सुनवाई के दौरान मुख्तार अंसारी ने अपने बचाव में कहा कि उनके परिवार से बहुत बड़े-बड़े स्वतंत्रता सेनानी निकले हैं। साथ ही देश के उपराष्ट्रपति हामिद अंसारी के साथ भी उन्होंने अपना नाम जोड़ा और कहा कि वे ऐसे परिवार से आते हैं, जिसका एक सदस्य उपराष्ट्रपति रह चुका है। मुख्तार अंसारी खुद भी उत्तर प्रदेश की राजनीति में एक दमदार ओहदा रख चुका हैं। वे उत्तर प्रदेश के मऊ से पांच बार विधायक रह चुके हैं।

    उत्तर प्रदेश सरकार मुख्तार अंसारी को यूपी ना भेजने के चलते पंजाब सरकार से ऐतराज जता रही है। उत्तर प्रदेश पुलिस का कहना है कि कैप्टन अमरिंदर सिंह की सरकार एक गैंगस्टर का समर्थन कर रही है। मुख्तार अंसारी के परिवार पर भी केस चल रहे हैं। जिनमें परिवार को अंतरिम जमानत मिल गई है, लेकिन उनके पासपोर्ट जब्त कर लिए गए हैं।

    इसके बाद अब मुख्तार अंसारी के परिवार के सदस्यों के पासपोर्ट एसपी के पास जमा हो चुके हैं। यह निर्णय कोर्ट ने दिया था कि उनके पासपोर्ट जब्त कर लिए जाएं। हालांकि उच्च न्यायालय ने मुख्तार अंसारी के परिवार को अंतरिम जमानत दे दी है, लेकिन जब तक यह केस चल रहा है तब तक मुख्तार अंसारी के परिवार को देश ये बाहर जाने की अनुमति नहीं है।

    मुख्तार अंसारी साल 2019 से ही जेल में बंद हैं। उन पर उगाही के मामले चल रहे हैं। उत्तर प्रदेश सरकार खुलकर पंजाब सरकार पर आरोप लगा रही है कि वह एक गैंगस्टर को बचाने की पूरी कोशिश कर रही है। योगी सरकार एक लंबे समय से मांग कर रही है कि मुख्तार अंसारी को उत्तर प्रदेश जेल प्रशासन को सौंप दिया जाए, लेकिन ऐसा संभव नहीं हो पा रहा है। हर बार किसी ना किसी बहाने के चलते मुख्तार अंसारी को बचा लिया जाता है। पंजाब सरकार कभी डिप्रेशन तो कभी किसी और स्वास्थ्य कारण के चलते मुख्तार अंसारी को यूपी पुलिस को नहीं सौंप रही।

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