एशिया-ओसेनिया ओलंपिक क्वालीफायर मुक्केबाजी टूर्नामेंट की मेजबानी चीन के बजाय अब जॉर्डन करेगा। इस टूर्नामेंट का आयोजन पहले चीन के वुहान में तीन से 13 फरवरी तक होना था, लेकिन चीन में फैले कोरोना वायरस के कारण इसके आयोजन स्थल और तारीखों में यह बदलाव किया गया है।
अतंर्राष्ट्रीय ओलंपिक समिति (आईओसी) की बॉक्सिंग टास्क फोर्स (बीटीएफ) ने शुक्रवार को घोषणा की कि वुहान में होने वाला यह टूर्नामेंट अब अम्मान के स्पोर्ट सिटी में तीन से 11 मार्च तक आयोजित किया जाएगा।
आईओसी ने एक बयान में कहा, “टूर्नामेंट का आयोजन पहले तीन से 11 फरवरी तक चीन के वुहान में होना था, लेकिन बीटीएफ और चीनी ओलंपिक समिति के संयुक्त फैसले के बाद चीन में फैले कोरोना वायरस के कारण इसे रद्य करने का फैसला किया गया है।”
आईओसी ने कहा, “सभी विकल्पों पर सावधानीपूर्वक विचार करने के बाद जॉर्डन ओलंपिक समिति के प्रस्ताव को मंजूरी दे दी गई है।”
भारतीय ओलम्पिक संघ (आईओए) ने गुरुवार को आईओसी की टास्क फोर्स के चेयरमैन मोरीनारी वाटान्बे से कहा था कि वह भारतीय मुक्केबाजी महासंघ (बीएफआई) को एशिया-ओसेनिया ओलम्पिक क्वालीफायर टूर्नामेंट की मेजबानी देने पर विचार करे लेकिन इसके बावजूद भारत को इस टूर्नामेंट की मेजबानी नहीं मिली।
भारत के लिए ओलंपिक में कांस्य पदक जीतने वाले विजेंदर सिंह ने एक दिन पहले कहा था कि अगर भारत को इस टूर्नामेंट की मेजबानी मिलती है तो भारत से अधिक से अधिक मुक्केबाज ओलंपिक के लिए क्वालीफाई करेंगे।