पिछले लगभग एक दशक से देश के व पिछले कुछ समय से एशिया के सबसे धनी व्यक्ति मुकेश अंबानी व उम्र में उनसे करीब 2 साल छोटे भाई अनिल अंबानी की सम्पत्तियों में करीब 41 अरब डॉलर का अंतर आँका गया है।
वर्ष 2016 में ‘जियो’ के लॉंच के साथ ही भारत के टेलीकॉम सेक्टर में क्रांति ला देने वाले मुकेश अंबानी ने ‘जियो’ के ही चलते चीन के अरबपति जैक मा को पीछे छोड़ एशिया के सबसे धनवान व्यक्ति की कुर्सी पर कब्जा जमाया था।
मुकेश अंबानी के 43.1 अरब डॉलर से भी अधिक निजी संपत्ति है। एक रिपोर्ट के अनुसार इस तरह संपत्ति के मामले में वो चीन के जैक मा से करीब 5.2 अरब डॉलर आगे हैं।
वहीं उनके छोटे भाई अपने व्यावसायिक करियर के सबसे बुरे दिनों से गुज़र रहे हैं। अनिल का काफी व्यवसाय ठप हो चुका है। इसी के साथ अनिल ने अपने ऊपर चढ़े कर्ज़ के बोझ को कम करने के लिए अपने हिस्से की काफी संपत्तियाँ बेंची भी हैं। अनिल अंबानी की कुल निजी संपत्ति महज 1.5 अरब डॉलर आँकी गयी है।
ज्ञात हो कि अनिल अंबानी और मुकेश अंबानी के बीच संपत्ति का बँटवारा 16 साल पहले हुआ था। इसके तहत मुकेश अंबानी के पास ऑइल रिफ़ाइनरी व पेट्रोकेमिकल का व्यवसाय आया वहीं अनिल अंबानी को पावर क्षेत्र और फ़ाइनेंशियल क्षेत्र का हिस्सा मिला था।
एक समय अनिल अंबानी भारत के टेलीकॉम के क्षेत्र में सबसे बड़े खिलाड़ी माने जाते थे, लेकिन उन्होने बाज़ार में नयी तकनीक आने के साथ अपनी कंपनी व उत्पादों में बदलाव नहीं किए, इसी के चलते बाहर से आई कंपनियों ने अनिल अंबानी के टेलीकम्यूनिकेशन के व्यवसाय को देश से उखाड़ फेंका।
टेलिकॉम के अलावा भी अनिल अंबानी के पास कई अन्य व्यवसाय भी थे, जिसमें वित्तीय सेवा, मीडिया, सैन्य हथियार बनाने की कंपनी आदि शामिल थे। दुर्भाग्यवश अनिल को हर जगह से बुरी खबर ही मिली और उनकी कंपनियों पर कर्ज बढ़ता ही चला गया।
वहीं मुकेश अंबानी अपने व्यवसाय को उतार चढ़ाव के बाद भी एक ही दिशा में आगे बढ़ाते हुए चलते रहे। हाल ही में मुकेश अंबानी ने अपने 4जी सर्विस जियो को लॉंच कर भारत के टेलीकॉम व्यवसाय में क्रांति ला दी। इसी के चलते वे एशिया के सबसे धनी व्यक्ति बन बैठे हैं।
भविष्य में भी मुकेश अंबानी नें कई ऐसी योजनाओं की घोषणा की है, जो काफी महत्वपूर्ण और बड़े स्तर की हैं। आपको बता दें कि मुकेश अंबानी नें ई-कॉमर्स, खेती और शिक्षा जैसी क्षेत्रों में घुसने की तैयारी कर ली है।