हाल ही की रिपोर्ट के अनुसार मुंबई में पिछले चार दिनों से चल रही बस स्ट्राइक पर उद्धव ठाकरे की सात घंटे लम्बी चली मीटिंग का कोई असर नहीं देखा गया। इसका आज चौथा दिन है एवं इसके ख़त्म होने के आसार नहीं दिखाई दे रहे हैं।
मुंबई की सबसे बड़ी हड़ताल :
इस बस हड़ताल को मुंबई शहर की सबसे बड़ी हड़ताल माना जा रहा है। इसके ख़त्म होने के आसार नहीं दिख रहे हैं। हाल ही में उद्धव ठाकरे ने इसको खतम करने एवं ड्राईवरों को बस फिरसे चलाने के लिए मानने को एक मीटिंग की थी। इस 7 घंटे चली मीटिंग का भी कोई असर नहीं हुआ और इसके साथ यह हड़ताल आज चौथे दिन भी जारी है।
25 लाख लोग प्रभावित :
मुंबई के लगभग 25 लाख लोगों की लगातार असुविधा का सामना करना पद रहा है। 3,000 से अधिक बृहन्मुंबई इलेक्ट्रिक सप्लाई एंड ट्रांसपोर्ट (BEST) बसें नहीं चलेंगी क्योंकि यूनियनों ने हठ कर ली है एवं जब उनकी शर्तें नहीं मानी जायेंगी तब तक वे बसें दुबारा चलाने को तैयार नहीं होंगे।
हड़ताल का असर कई रेलवे स्टेशनों पर महसूस किया जा रहा है जहां BEST फीडर सेवाओं का संचालन करती है। हालांकि मुंबई की सड़कों पर एक नियमित सुविधा के लिए बसों और टैक्सियों को कई स्थानों पर भरा जाता है। शहर के उत्तर से दक्षिण तक चलने वाली उपनगरीय ट्रेनों के बाद BEST शहर का सबसे बड़ा परिवहन प्रदाता है।
सरकारी बसों की हड़ताल के चलते लोगों को ऑटो का प्रयोग करना पद रहा है। इसके चलते ऑटो चालाक यात्रियों से सामान्य से अधिक पैसा वसूल रहे हैं एवं यात्रियों को मजबूरी में आहात होना पड़ रहा है।
क्या है हड़ताल का कारण :
BEST के कर्मचारियों की मुख्या मांग उनका वेतन बढ़ाना एवं उनका कार्य वातावरण अच्छा बनाना है। कर्मचारियों का कहना है कि प्रबंधन संचालन को कुशलता से चलाने के लिए इच्छुक नहीं है। इसके साथ ही वह इसे शहर के निजी ऑपरेटटन को बेचना चाहता है। आपको बतादें की एशिया के सबसे धनी नगर निकाय में से एक BEST और BMC को मिलाने के प्रस्ताव को अभी राज्य सरकार द्वारा मंजूरी नहीं दी गई है और यह यूनियनों और BEST प्रबंधन के बीच एक महत्वपूर्ण बिंदु बना हुआ है।