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    mi vs csk

    चेन्नई, 26 अप्रैल| मुंबई इंडियंस ने शुक्रवार को मौजूदा विजेता चेन्नई सुपर किंग्स को 46 रनों से हरा दिया। यह चेन्नई की इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) के 12वें संस्करण में अपने घर एम. ए. चिदम्बरम स्टेडियम में इस सीजन की पहली हार है।

    मुंबई ने चेन्नई के सामने 156 रनों का लक्ष्य रखा था, लेकिन अपने नियमित कप्तान महेंद्र सिंह धोनी के बिना उतरी चेन्नई 17.4 ओवरों में 109 रनों पर ही ढेर हो गई।

    यह चेन्नई की इस सीजन में अपने घर में पहली हार है। इससे पहले उसने अपने घर में पांच मैच खेले थे और सभी में जीत हासिल की थी। चेन्नई को अपने कप्तान की कमी निश्चित तौर पर खली। मध्यक्रम में टीम के पास ऐसा कोई बल्लेबाज नहीं था जो टीम को संभाल सके। यह चेन्नई का अपने घर में आईपीएल का सबसे कम स्कोर भी है।

    यह इस सीजन में इन दोनों टीमों का दूसरा मैच था और दोनों में मुंबई जीत हासिल करने में सफल रही है।

    आसान लक्ष्य का पीछा करने उतरी चेन्नई के बल्लेबाज शेन वाटसन (8) पहले ओवर में दो चौके मारने के बाद पांचवीं गेंद पर लसिथ मलिंगा का शिकार बने। इस मैच में चेन्नई की कप्तानी कर रहे सुरेश रैना (2) को हार्दिक पांड्या ने अपना शिकार बनाया। हार्दिक के भाई क्रुणाल पांड्या ने अंबाती रायडू को खाता नहीं खोलने दिया। 34 के कुल स्कोर तक चेन्नई ने अपने तीन अहम विकेट खो दिए थे।

    इस सीजन में अपना पहला मैच खेल रहे मुरली विजय (38) हालांकि दूसरे छोर पर थे। मध्य क्रम में उन्हें केदार जाधव (6) से उम्मीदें थीं, लेकिन क्रुणाल की एक गेंद जाधव के विकेट ले उड़ी। ध्रूव शौरे (5) ने विजय का साथ देने की कोशिश की लेकिन अपना पहला आईपीएल मैच खेल रहे अनुकूल रॉय की गेंद को मारने के प्रयास में वह सीमा रेखा के पास राहुल चाहर के हाथों लपके गए।

    विजय अच्छा खेल रहे थे और लग रहा था कि वह पचास रनों के पार जल्दी पहुंचेंगे लेकिन जसप्रीत बुमराह ने उन्हें अर्धशतक नहीं लगाने दिया। विजय ने अपनी पारी में 35 गेंदों का सामना किया और तीन चौके और एक छक्का लगाया। 66 रनों पर छह विकेट गिर जाने के बाद चेन्नई की जीत की उम्मीदें खत्म हो रही थीं। ड्वायन ब्रावो (20) ने कुछ अच्छे शॉट खेल मेजबान टीम की जीत की उम्मीदों को पूरी तरह से खत्म नहीं होने दिया, लेकिन मलिंगा ने 99 के कुल स्कोर पर ब्रावो को आउट कर मुंबई को सातवीं सफलता दिलाई।

    ब्रावो जब आउट हुए जब चेन्नई को 24 गेंदों पर 57 रनों की दरकार थी। यहां से चेन्नई की हार तय लग रही थी। दीपक चाहर (0), हरभजन सिंह (1) और मिशेल सैंटनर (22) के विकेट गिरने के साथ ही चेन्नई को हार मिली।

    इससे पहले, चेन्नई के गेंदबाजों ने दमदार प्रदर्शन कर मुंबई की टीम 20 ओवरों में चार विकेट के नुकसान पर 155 रनों पर ही सीमित कर दिया। यह स्कोर भी आखिरी ओवर में जुटाए गए 17 रनों के दम पर मुमकिन हो सका।

    चेन्नई ने मुंबई को बल्लेबाजी के लिए बुलाया। पहले दो ओवर में मुंबई ने सिर्फ चार रन बनाए थे। तीसरे ओवर में क्विंटन डी कॉक ने दीपक पर एक चौका और एक छक्का मारा, लेकिन इसी ओवर की चौथी गेंद पर चाहर, डी कॉक का विकेट ले गए।

    रोहित शर्मा (67) को इसके बाद एविन लुइस (32) का साथ मिला। दोनों ने संभल कर बल्लेबाजी की और बड़े शॉट भी लगाए। लुइस का विकेट 99 के कुल स्कोर पर गिरा। सैंटनर की गेंद पर लुइस, ब्रावो का हाथों लपके गए। यहां से मुंबई की रनगति नहीं बढ़ सकी।

    दो रन बाद सैंटनर ने क्रुणाल (1) को भी पवेलियन भेज दिया। इस बीच रोहित ने अपने पचास रन पूरे कर लिए थे। पारी के बढ़ने के साथ ही रोहित की कोशिश आक्रामकता बढ़ाने की थी, लेकिन सैंटनर ने समय रहते हुए उस पर भी ब्रेक लगा दिया। सैंटनर ने 122 के कुल स्कोर पर रोहित को विजय के हाथों कैच कराया। मुंबई के कप्तान ने 48 गेंदों की पारी में छह चौके और तीन छक्के लगाए। रोहित का विकेट 17वें ओवर की दूसरी गेंद पर गिरा।

    मुंबई के दो तूफानी बल्लेबाज हार्दिक और केरन पोलार्ड मैदान पर थे, लेकिन यह दोनों बल्लेबाज भी आखिरी के तीन ओवरो में उस अंदाज में बल्लेबाजी नहीं कर सके जिसके लिए दोनों मशहूर हैं। आखिरी ओवर में पोलार्ड ने एक चौका और हार्दिक ने एक चौके तथा एक छक्के की मदद से 17 रन जोड़कर मुंबई को अपेक्षाकृत सम्मानजनक स्कोर दिया।

    चेन्नई के लिए सैंटनर ने दो विकेट लिए। चाहर और इमरान ताहिर को एक-एक सफलता मिली।

    By पंकज सिंह चौहान

    पंकज दा इंडियन वायर के मुख्य संपादक हैं। वे राजनीति, व्यापार समेत कई क्षेत्रों के बारे में लिखते हैं।

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