कॉंग्रेस के बड़े नेता मिलिंद देओरा ने यह स्वीकार किया है कि मुंबई में पार्टी के भीतर कुछ अनबन चल रही हैमिलिंद देओरा। हालाँकि मिलिंद ने पार्टी के मुंबई मुख्यालय से सभी को एकजुट होने के लिए कहा है।
देओरा ने एक के बाद एक कई ट्वीट करते हुए यह बताया है कि वो पार्टी के आंतरिक मसलों को ऐसे खुले आम सबके सामने नहीं लाना चाहते हैं, लेकिन पार्टी के लिए जरूरी है कि अब सभी एकजुट होकर काम करें।
मिलिंद ने यह भी कहा है कि ‘मुंबई जैसे शहर में जो कि देश आर्थिक और सांस्कृतिक राजधानी भी है, जरूरी है कि हम लोगों को एक साथ लेकर आयें।’
इसी के साथ ही मिलिंद ने यह भी कहा कि मुंबई कॉंग्रेस को सांप्रदायिक राजनीति के लिए क्रिकेट पिच की तरह इस्तेमाल नहीं किया जा सकता है, जिसमें नेताओं को एक-दूसरे के खिलाफ खड़ा किया जाएगा।
मिलिंद ने अपनी नाराजगी जाहिर करते हुए भी कहा कि ‘उन्हे दुख है कि यहाँ क्या हो रहा है, हालाँकि पार्टी को 2019 लोकसभा चुनावों को लेकर मेरी स्थिति मालूम है।’
मिलिंद ने यह भी कहा कि उन्हे केंद्रीय नेतृत्व पर पूरा भरोसा है। पढ़ें मिलिंद का यह ट्वीट-
While I do not intend to discuss internal party affairs in public, remarks made in a recent interview have forced me to repeat my strong commitment towards the need for the Mumbai Congress to remain a symbol of Mumbai’s diversity and to strengthen its social fabric.
— Milind Deora | मिलिंद देवरा ☮️ (@milinddeora) February 5, 2019
मिलिंद ने मुंबई कॉंग्रेस के मुखिया संजय निरूपम ने आग्रह करते हुए यह कहा है कि वे वैचारिक मतभेद को भुलाकर साथ आयें और एक संगठन की तरह काम करें।
आगे की रणनीति पर बात करते हुए मिलिंद ने कहा है कि ‘हमारा एक ही लक्ष्य है और वो है मोदी को सत्ता से हटाना। राहुल गांधी देश भर में दौरा कर सबको एकजुट कर रहे हैं। इसी तरह मुझे भी लगता है कि मुंबई में भी हमें एकजुट होकर काम करना चाहिए।’