भारतीय टीम के कोच रमेश पोवार मिताली राज के सामने अपनी बातो का सही से विस्तार नही कर पाए, जबकि टीम के खिलाड़ी भी उनके समर्थन में हैं।
मिताली राज को वेस्टइंडीज में चल रहे महिला टी-20 विश्वकप में, हाल ही में इंग्लैंड के खिलाफ सेमीफाइनल मैच में जगह नही दी गई थी।
पोवार के कोच के पद का कार्यकाल शुक्रवार को खत्म हो रहा हैं, ऐसे मे बीसीसीआई का कहना है कि मिताली और रमेश पोवार के बीच विवाद को अब खत्म कर देना चाहिए और इससे टीम का मनोबल बिगड़ रहा हैं।
बीसीसीआई अधिकारी पोवार के उस फैसले से नराज हैं जिसमें उन्होनें “बीसीसीआई के प्रभावशाली सदस्य से बात करके मिताली को टीम से बाहर कर दिया”, जब्कि मिताली राज ने टी-20 विश्वकप के दौरान एक के बाद एक दो अर्धशतक लगाए थे, जिसके लिए उन्हें दोनो मैचों में प्लेयर ऑफ दा मैच से नवाजा गया था।
I'm deeply saddened & hurt by the aspersions cast on me. My commitment to the game & 20yrs of playing for my country.The hard work, sweat, in vain.
Today, my patriotism doubted, my skill set questioned & all the mud slinging- it's the darkest day of my life. May god give strength— Mithali Raj (@M_Raj03) November 29, 2018
बीसीसीआई के अधिकारी इसलिए भी नराज हैं क्योंकि किसी बाहर के सदस्य के कारण मिताली को बाहर करने की बात कि गई थी और वह उस पर खड़े रही और अपना कोई पक्ष नही रखा।
रमेश पोवार ने जब वेस्टइंडीज से लौटने के बाद जब बीसीसीआई के साथ मीटिंग की तो, उनके पास एक भी ऐसा जबाब नही था जिससे वह बीसीसीआई अधिकारियों को कुछ समझा सके कि मिताली राज को मिडल- आर्डर में खिलाने की क्या जरुरत थी जब वह हमेशा टीम के लिए ओपनिंग करती हैं, औऱ उनको सेमीफाइनल मैच से बाहर क्यों किया गया।
बोर्ड ने पोवार से कहा कि “अगर तुम खुद मिताली को टीम से बाहर करते तो यह फैसला हम मानते, लेकिन मुंबई से किसी बाहर के सदस्य से फोन पर बात करने के बाद सीधे मिताली को टीम से निकालना सरासर गलत हैं हमने इससे पहले ऐसा क्रिकेट नही देखी “।
मिताली ने बीसीसीआई को अपने लिख पत्र मे यह भी कहा था कि उनको टीम को कोच के पद से हटा देना चाहिए, मिताली ने अपने पत्र में सीओए अधिकारी डायना इडुल्जी के बारे में भी कहा था कि वह रमेश पोवार के इतने गलत करने में भी उनकी प्रशंसा कर रही हैं।
पोवार इसी साल टीम के कोच बने थे और अब उनका कार्यकाल खत्म हो रहा हैं, मिताली ने कल पोवार के 10 पन्नो की रिपोर्ट के बाद ट्वीट करते हुए कहा कि” यह मेरी जिंदगी का सबसे काल दिन था” इसमे पोवार ने नीच से रिट्विट करते हुए लिखा की “किसी को इसलिए माफ मत करो कि वह माफी के लायक हैं, इसलिए माफ कर दो क्योंकि तुम शांति के लायक हो”।