गाजीपुर, 13 मई (आईएएनएस)| बहुजन समाज पार्टी (बसपा) की अध्यक्ष मायावती ने सोमवार को यहां भारतीय जनता पार्टी(भाजपा) पर निशाना साधा और कहा कि गठबंधन केंद्र के साथ योगी आदित्यनाथ सरकार को भी हटाएगा।
यहां आयोजित ‘सामाजिक न्याय से महापरिवर्तन’ रैली को बसपा मुखिया मायावती, सपा मुखिया अखिलेश यादव और रालोद ने संयुक्त रूप से संबोधित किया।
मायावती ने कहा, “बसपा, सपा और रालोद गठबंधन के बाद से भाजपा की हालत खराब है। विरोधी कुछ भी बोलें, हमारा गठबंधन मजबूत है और आगे तक चलेगा। यह गठबंधन केंद्र के साथ उत्तर प्रदेश की योगी सरकार को भी हटाएगा।”
बसपा मुखिया ने कहा, “कांग्रेस के समय में लोग रोजगार के लिए पूर्वांचल से पलायन कर गए। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने देश के गरीबों को अच्छे दिन दिखाने के वादे किए, उसका एक-चौथाई भी काम पूरा नहीं हुआ। सरकारी नौकरियों में कोटा अधूरा पड़ा हुआ है। पदोन्नति आरक्षण प्रदेश में प्रभावहीन है। आम चुनाव में भाजपा भी सत्ता से बाहर हो जाएगी, अब जुमलेबाजी काम नहीं आएगी, चौकीदार की नाटकबाजी इस बार नहीं चलेगी।”
मायावती ने जीएसटी को लेकर व्यापारियों की समस्याएं गिनाते हुए देश की अर्थव्यवस्था पर भी सवाल उठाया। देश की सीमाओं की सुरक्षा से लेकर आतंकी हमलों पर उन्होंने चिंता जाहिर करते हुए इस सरकार से जनता को सावधान किया। भाजपा के घोषणा-पत्र को लेकर भी उन्होंने वार किए और चुनावी वादे पूरा न करने का आरोप लगाया।
सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने कहा, “यह चुनाव देश के भविष्य का चुनाव है। यह हमारे आपके भविष्य से जुड़ा हुआ है। यह देश बहुत नाजुक स्थिति में है। चायवाला बनकर आने वालों की चाय पांच साल में पता चल गया कैसी थी। अब चाय वाले चौकीदार बनकर आ गए हैं।”
उन्होंने कहा, “इन लोगों ने किसानों को धोखा दिया है। आज पांच साल और दो साल बीत गए मगर लागत भी नहीं मिली। जो आय बढ़ाना चाहते थे, उन्होंने किसानों को गरीब कर दिया। युवाओं से नौकरी छीनने का काम किया है। प्रधानमंत्री ने जो कहा उसका उलटा कर दिया।”
पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश ने कहा, “देश के एक फीसद आबादी के प्रधानमंत्री हैं, हिसाब लगाइए आज दोगुना कर्जा देश पर हो चुका है। नोटबंदी से भरोसा दिया अच्छे दिन आएंगे, मगर कालाधन लेकर लोग भाग गए। हमारे किसान को चौकीदार बना दिया। भाजपा ने कहा कि स्लाटर हाउस बंद कर देंगे, मगर जानवर भी अब हेलिपैड पर शिकायत करना शुरू कर दिए हैं। अगर सांड से जान जाए तो किसके खिलाफ शिकायत करें। अगर कोई कानून नहीं तो मुख्यमंत्री जिम्मेदार हैं।”