पाकिस्तान की तरफ इशारा करते हुए अमेरिका के सांसद ने कहा कि “अमेरिका उन देशों पर अतिरिक्त दबाव कायम रखेगा जो लोगो के आधारभूत मानव अधिकारों को खारिज करते हैं।” अमेरिकी कांग्रेस के सदस्य स्कॉट पैरी ने कहा कि “कुछ ऐसे कदम मसलन कूटनीतिक तौर पर अलग थलग करने, सैन्य सहायता को रोकने और वित्तीय व व्यापार दबावों का इस्तेमाल मूल मानव अधिकार न देने वाले देशों को अत्यधिक दबाव बनाने के लिए किया जा सकता है।”
कराची में मोहजिर्स का समर्थन करते हुए पैरी ने दक्षिण एशिया अल्पसंख्यक गठबंधन संस्था की बैठक के इतर बुधवार को कहा कि “मैं निश्चित तौर पर सोचता हूँ कि कराची को बड़ा करना एक विकल्प है। अगर पाकिस्तान अपनी अल्पसंख्को को मान्यता नहीं दे रहा है और दुसरे नागरिकों के जैसे अधिकार उन्हें नहीं दे रहा है, तो उन्हें या दूसरा विकल्प खोजना होगा नहीं तो जबरदस्ती की जाएगी।”
कांग्रेस की ताकतवर विदेशी मामलो की समिति के सदस्य पैरी ने पाकिस्तान के प्रधानमन्त्री इमरान खान की आगामी भारत यात्रा पर भी ध्यान केन्द्रित किया था।
कांग्रेस के सदस्य ने कहा कि “अमेरिकी प्रशासन को पाकिस्तान से कहना चाहिए कि अमेरिका की पाकिस्तान के साथ तब तक आगे नहीं बढ़ेगी, जब तक वह अल्पसंख्यकों के अधिकारों को मान्यता नहीं दे देता और अन्य नागरिकों के तरह उनके साथ भी अच्छा सुलूक नहीं होता।”
इस सम्मेलन का आयोजन अमेरिका की राजधानी में दूसरी मन्त्रिय स्तरीय भागीदारो के सम्मान में हुआ था। राज्य विभाग इसे वांशिगटन में वैश्विक स्तर पर धार्मिक आज़ादी का प्रचार करने के लिए आयोजित किया जाता है। चार दिनों के इस लम्बे समारोह में दर्ज़नो देशों से 900 मेहमानों ने शिरकत की थी।