वेनेजुएला में विपक्ष के नेता जुआन गुइडो ने रविवार को कहा कि “निकोलस मादुरो की सरकार और विपक्षियों के बीच बारबाडोस में वार्ता बहाल होगी और इसमें देश में महीनो से जारी राजनीतिक और आर्थिक संकट का अंत करने के समाधान पर बातचीत की जाएगी।”
बातचीत की प्रक्रिया बहाल
नॉर्वे राजशाही की मध्यस्थता की प्रतिक्रिया में उन्होंने कहा कि “विपक्षी समूह इस मुलाकात में मौजूद होगा और सरकार के प्रतिनिधि समूह के साथ बारबाडोस में बैठक करेगा। तानाशाही के अंत के लिए बातचीत की नींव रखी जाएगी।” गुइडो ने खुद को देश का अंतरिम राष्ट्रपति घोषित कर दिया था।
हालाँकि कैरिबियाई राष्ट्र में बातचीत के बहाल होने की तारीख का खुलासा नहीं किया गया है। नॉर्वे की मध्यस्थता से मादुरो सरकार और विपक्षी समूह ने कई चरणों की बातचीत की है। हालाँकि दोनों पक्ष किसी समझौते पर अभी तक नहीं पंहुच पायें हैं।
कोई समझौता नहीं
जून में गुइडो ने कहा था कि विपक्ष वार्ता की टेबल पर वापसी के लिए उत्सुक नहीं है क्योंकि मादुरो के इस्तीफे की तरफ न पंहुचने वाला कदम व्यर्थ ही है। वेनेजुएला की सरकार और विपक्ष के बीच 16 मई को नॉर्वे में बातचीत हुई थी। मादुरो ने इस बातचीत को सकारात्मक बताया था।
नॉर्वे की राजधानी ओस्लो में भी दो चरणों में बातचीत हुई थी ताकि देश में जारी संकटों का हल निकाला जा सके। हालाँकि कोई समझौते मुकम्मल नहीं हो सका था। पक्ष के नेता जुआन गाइडो ने खुद को देश का अंतरिम राष्ट्रपति घोषित कर दिया था जिसके बाद देश से में राजनीतिक अस्थिरता का माहौल बना हुआ है।
जुआन गाइडो का अमेरिका सहित 50 राष्ट्रों ने समर्थन किया था। मादुरो ने आरोप लगाया कि उनके विरोधियों ने नाकाम तख्तापलट की कोशिश की थी। आर्गेनाइजेशन ऑफ अमेरिकन स्टेट की रिपोर्ट के मुताबिक, अगले वर्ष तक वेनेजुएला से लोगो के पलायन की संख्या 80 लाख तक पंहुच जाएगा और यह प्रवासी संकट विश्व का सबसे बड़ा संकट बन जायेगा।