कन्नड़ संगठनों और किसानों ने माण्डवी नदी पर चल रहे विवाद के चलते अगले दो सप्ताह में कर्नाटक में दो बंद घोषित किये हैं। डेक्कन हेराल्ड की रिपोर्ट के अनुसार कन्नड़ संगठनों के एक संघ ने 25 जनवरी को कर्नाटक में राज्यव्यापी बंद और 4 फ़रवरी को बेंगलुरु में बंद की घोषणा की है। बेंगलुरु बंद वाले दिन ही प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी भाजपा की परिवर्तन रैली में हिस्सा लेने के लिए वहाँ होंगे।
द हिन्दू की रिपोर्ट के अनुसार पहले मोदी परिवर्तन रैली के समाप्ति समारोह में 28 जनवरी को एक रैली को संबोधित करने वाले थे लेकिन अब वे वहां 4 फ़रवरी को जाने वाले हैं। कन्नड़ संगठनों के समर्थकों ने मोदी से कर्नाटक और गोवा के बीच चल रहे माण्डवी नदी विवाद में हस्तक्षेप करके मामले को सुलझाने की मांग की है।
चालावली वाटल पक्षाध्यक्ष (केसीवीपी) के एक नेता वटल नागराज ने कहा है कि लगभग 2000 कन्नड़ संगठनों ने इस बंद का समर्थन किया है। हालांकि, द टाइम्स ऑफ़ इंडिया की रिपोर्ट के अनुसार कुछ कन्नड़ कार्यकर्ता नागराज से नाराज़ थे क्योंकि बंद का ऐलान करने से पहले उनसे पूछा नहीं गया था।
“क्या आपने 25 जनवरी को बंद का ऐलान करने से पहले हमसे सहमती ली थी, हम 27 जनवरी को बंद घोषित करने की योजना बना रहे थे ताकि हम प्रधानमंत्री को माण्डवी नदी विवाद में हस्तक्षेप करने के लिए जोर दे सके जो 28 जनवरी को बेंगलुरु आने वाले थे। बार-बार बंद जनता के लिए असुविधा पैदा कर रहा है जो कि अब काफी परेशान है हम इसका समर्थन नहीं करेंगे।”, कन्नड़ कार्यकर्ताओं ने ऐसा द टाइम्स ऑफ़ इंडिया को बताया।
11 जनवरी को नागराज ने कहा था कि कन्नड़ संगठनों ने यह फैसला किया है कि वे सरकारी अधिकारियों और कर्मचारियों, लॉरी मालिकों, ईंधन सेवा स्टेशनों, शिक्षा संस्थानों से विनती करेंगे कि वो बंद का समर्थन करें ताकि ये बंद सफल हो सके। इन संगठनों ने मोदी के परिवर्तन यात्रा में आगमन पर उनको काले झंडे दिखाने का भी निर्णय लिया है, जो कि कांग्रेस सरकार के खिलाफ एक राज्यव्यापी कार्यक्रम है।
कालासा-बंदरी नहर के माध्यम से पेयजल के लिए हबबाली और धारवाड़ कस्बों के लिए पानी की आपूर्ति के लिए माण्डवी नदी साझाकरण मुद्दे पर कर्नाटक का गोवा के साथ विवाद चल रहा है। गोवा के मुख्यमंत्री मनोहर पर्रिकर ने 11 जनवरी को कहा था कि वह माण्डवी नदी जल साझाकरण ट्रिब्यूनल द्वारा उठाए गए फैसले के साथ जाएंगे। इससे पहले उन्होंने राज्य भाजपा अध्यक्ष बीएस येदियुरप्पा को माण्डवी नदी जल साझाकरण मुद्दे को हल करने के लिए समर्थन माँगा था।
हुबली-धारवाड़ और उत्तरी इलाके में बेलागवी और गदग जिलों को पेयजल आपूर्ति में सुधार करने के लिए किये जा रहे कालदा-बंदरी नाला परियोजना के लिए कर्नाटक, गोवा द्वारा 7.56 टीएमसीएफटी पानी जारी करने की मांग कर रहा है।
पिछले साल 27 दिसंबर को किसान समूहों द्वारा की गयी एक पहल के बाद, इसी मुद्दे पर उत्तर कर्नाटक के पांच जिलों में एक बंद घोषित किया गया था।