अमेरिका के राज्य सचिव माइक पोम्पिओ ने रूस को आगामी चुनावो में एक खतरे के तौर पर प्रदर्शित किया है। उन्होंने सोमवार को कहा कि “मॉस्को इस बार के राष्ट्रपति चुनाव में भी दखलंदाज़ी करेगा। बिलकुल, रूस अमेरिकी चुनावो के लिए खतरा पैदा करने की कोशिश करेगा।”
उन्होंने कहा कि “रूस साल 1974 के चुनावो में भी एक खतरा था। मॉस्को ने 80 के दशक में हमारे चुनावो में हस्तक्षेप किया था। साल 2050 के चुनावो में भी हमें रूस की मौजूदगी की सम्भावना कर लेनी चाहिए।” हाल ही में अमेरिकी न्याय विभाग ने विशेष कॉउंसलर रोबर्ट मुएलर की रिपोर्ट जारी की थी कि वाकई रूस की अमेरिकी चुनावो में दखलंदाज़ी थी।
उन्होंने आरोप लगाया कि ओबामा प्रशासन ने रुसी हस्तक्षेप के बाबत कोई अधिक कार्य नहीं किया है। लेकिन भविष्य में ऐसी कार्रवाई से बचने के लिए ट्रम्प प्रशासन इस पर कार्य कर रहा है।
अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने आरोप लगाया था कि रूस ने साल 2016 में हुए राष्ट्रपति चुनावो में दखलंदाज़ी की थी लेकिन रूस लगातार इन आरोपों को नकारता रहा है। हाल ही में जारी एक रिपोर्ट के मुताबिक रुसी राष्ट्रपति ने अमेरिकी उपराष्ट्रपति से मुलाकात के दौरान कहा था कि साल 2016 में हुए मध्यावधि चुनावों में दखलंदाजी से रूस का कोई लेना-देना नहीं है।
माइक पेन्स ने अमेरिकी चुनावों बाहरी राष्ट्रों के हस्तक्षेप के मुद्दे को उठाया था। हालांकि व्लामदिर पुतिन ने कहा कि चुनावों में बाहरी दखलंदाजी से रूस का कोई मतलब नहीं है और किसी राष्ट्र की चुनावी प्रक्रिया में दखल देकर हमें कुछ हासिल नहीं होने वाला था।
ऐसा ही इलज़ाम उन्होंने चीन पर भी लगाया था हालांकि दोनों ही राष्ट्र अमेरिका के राष्ट्रपति के आरोपों को झुठलाते रहे हैं।अमेरिका की ख़बरों के मुताबिक ख़ुफ़िया एजेंसी की रिपोर्ट में कहा गया है कि चुनावों में दखलंदाजी में रूस शामिल नहीं था।