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    माइक पोम्पिओ

    अमेरिकी राज्य सचिव माइक पोम्पिओ ने भारत और पाकिस्तान के बीच तनाव को कम करने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है।भारत के जम्मू कश्मीर राज्य के पुलवामा जिले में सीआरपीएफ के काफिले में एक फियादीन हमलावर ने अपनी कार को टक्कर मार दी थी। जिसमे 40 सैनिकों में अपनी जिंदगी की कुर्बानी दी थी।

    माइक पोम्पिओ की भूमिका

    अमेरिकी राज्य विभाग के प्रवक्ता रोबर्ट पालडिनो ने मंगलवार को पत्रकारों से कहा कि “माइक पोम्पिओ ने कूटनीतिक का बखूबी सहारा लिया है और उन्होंने दोनों पक्षों के मध्य तनाव को कम करने के लिए एक आवश्यक भूमिका अदा की है। हमने दोनों देशों से तनाव को कम करने के लिए पर्याप्त कदम उठाने को निरंतर आग्रह किया था। इसमें दोनों पक्षों में सीधे बातचीत का भी प्रस्ताव था।”

    उन्होंने कहा कि “हमें यकीन है कि अधिक सैन्य गतिविधि हालातों को ख़राब कर देगी। हमने पाकिस्तान से संयुक्त राष्ट्र की प्रतिबद्धताओं को निभाने की हिदायत दी है, इसमें आतंकियों के पनाह न देना और उन्हें वित्तपोषित करने के सभी मार्गों को बंद कर देना है।”

    राज्य सचिव ने सभी से मुलाकात की

    उन्होंने कहा कि “राज्य सचिव ने हनोई से फ़ोन पर कूटनीतिक प्रयासों को अंजाम दिया था। हनोई में वह डोनाल्ड ट्रम्प के साथ उत्तर कोरिया के नेता किम जोंग जोंग से मुलाकात करने के लिए गए थे। उन्होंने दोनों देशों के नेताओं से बातचीत की थी। इसमें विदेश मंत्री सुषमा स्वराज, राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजित डोभाल और पाकिस्तानी विदेश मंत्री शाह महमूद कुरैशी से बातचीत की थी।”

    अमेरिका ने बुधवार को दोहराया कि पाकिस्तान को संयुक्त राष्ट्र में की गयी प्रतिबद्धता को निभाना चाहिए और आतंकियों को सुरक्षित पनाह व वित्तपोषण बंद करना चाहिए। राज्य विभाग ने कहा कि “सीमा पार आतंकवाद क्षेत्रीय सुरक्षा के लिए गंभीर खतरा हो सकता है, जैसे अभी भारत के सीआरपीएफ के जवानों के काफिले पर हमला हुआ था। हम दोहराते हैं कि पाकिस्तान यूएन की प्रतिबद्धताओं का पालन करें और आतंकवादियों को सुरक्षित पनाह व वित्तपोषित करना बंद करें।”

    By कविता

    कविता ने राजनीति विज्ञान में स्नातक और पत्रकारिता में डिप्लोमा किया है। वर्तमान में कविता द इंडियन वायर के लिए विदेशी मुद्दों से सम्बंधित लेख लिखती हैं।

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