केरल पुलिस महिला भक्तों को प्रदर्शनकारियों से बचाते हुए सबरीमाला तक लाने के लिए मिलिट्री हेलीकॉप्टर के के प्रयोग पर विचार कर रही है। अगर सब कुछ ठीक रहा तो तिरुअनंतपुरम या कोच्चि से महिलाओं को सबरीमाला तक लाया जा सकता है।
राज्य कानून प्रवर्तन को उन्हें सुरक्षित मार्ग प्रदान करने के लिए बहुत मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा है। एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि मंदिर में जाने की सुविधा के लिए पुलिस की रणनीति 13 नवंबर को सुप्रीम कोर्ट के फैसले पर निर्भर करेगी।
सर्वोच्च न्यायालय सितंबर में अपने आदेश की समीक्षा की मांग वाली दो याचिकाओं पर फैसला देने वाला है ताकि सभी उम्र की महिलाओं को मंदिर में पूजा करने की अनुमति मिल सके।
पुलिस ने कहा कि हेलीकॉप्टर की लैंडिंग स्पॉट का उपयोग करने के लिए वन विभाग की सहमति की आवश्यकता होगी। उस स्पॉट पर पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी की मंदिर में जाने के लिए 1980 के दशक के शुरू में मंजूरी दी गई थी।
अधिकारियों ने कहा कि पुलिस को लैंडिंग स्पॉट से मंदिर तक और फिर सुरक्षित वापसी तक महिला तीर्थयात्रियों के लिए मार्ग को सुरक्षित करना होगा।
केरल सरकार सुप्रीम कोर्ट के आदेशानुसार मंदिर में महिलाओं का प्रवेश सुनिश्चित करना चाहती है जबकि भाजपा और कांग्रेस इसका विरोध कर रहे हैं। दोनों विपक्षी दल चाहते हैं कि सरकार सर्वोच्च न्यायालय में आदेश के खिलाफ एक समीक्षा याचिका दायर करे।