पाकिस्तान में सिर्फ आतंकवाद ही सबसे प्रमुख समस्या नहीं है। इसके अलावा भी कई मुद्दे है जिन वजह से पाकिस्तान की छवि दुनिया की नजर में अच्छी नहीं कही जाती है। हालिया में प्रकाशित एक रिपोर्ट के मुताबिक पाकिस्तान में महिलाओं की स्थिति काफी बुरी है।
पाकिस्तान महिलाओं की दयनीय व खराब स्थिति में चौथे नंबर पर आता है। पीस रिसर्च इंस्टीट्यूट ऑफ ओस्लो के साथ जॉर्जटाउन इंस्टीट्यूट फॉर विमेन और पीस एंड सिक्योरिटी द्वारा प्रकाशित रिपोर्ट में कहा गया कि इस सर्वे में कुल 153 देशों को शामिल किया गया था। इस रिपोर्ट का आधार महिलाओं के न्याय, सुरक्षा, समावेश और वित्तीय स्थिति पर लिया गया है।
इस रिपोर्ट की माने तो पाकिस्तान देश में महिलाओं के खिलाफ उच्च भेदभाव है और महिलाओं के वित्तीय समावेश में सबसे कम है। इस रिपोर्ट में कहा गया है कि पाकिस्तान की लड़किया औसतन रूप से सिर्फ पांच साल तक ही पढ़ती है।
महिलाओं की स्थिति है पाक में बेहद दयनीय
इससे चलता है कि पाकिस्तान में शिक्षा का स्तर कितना गिरा हुआ है। यहां पर लड़कियो को स्कूली शिक्षा देने की औसत उम्र केवल पांच साल है। जबकि केवल 33 प्रतिशत पाकिस्तानी महिलाओं को सेलफोन का इस्तेमाल किया गया है।
इस रिपोर्ट मे कहा गया है कि केवल 24 प्रतिशत पाकिस्तानी महिलाएं ऑफिस में काम करती है और संसद में उनकी सीटों का हिस्सा केवल 20 प्रतिशत है। शोध में प्रकाशित तथ्य पाकिस्तान में एक विषम लिंग अनुपात को दर्शाता है।
इस रिपोर्ट से पता चलता है कि पाकिस्तान में महिलाओं की स्थिती काफी बुरी है। पाकिस्तान में करीब 73 प्रतिशत पुरुष, महिलाओं के साथ काम नहीं करना चाहते है। लगभग 27 प्रतिशत महिलाओं ने अपने अंतरंग संबंध बनाते समय हिंसा का सामना किया है।