कांग्रेस की अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी से मुलाकात से पहले राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी(राकांपा) के अध्यक्ष शरद पवार ने सोमवार को कहा कि भाजपा और शिवसेना ने साथ मिलकर चुनाव लड़ा था और ‘उन्हें अपना रास्ता चुनना है’। संसद में मीडिया से बातचीत में पवार ने कहा, “भाजपा-शिवसेना ने साथ चुनाव लड़ा था, राकांपा और कांग्रेस ने साथ चुनाव लड़ा था। उन्हें अपना रास्ता चुनना है और हमें अपनी राजनीति करनी है।”
Sharad Pawar, Nationalist Congress Party (NCP): BJP-Shiv Sena fought together, we (NCP) and Congress fought together. They have to choose their path and we will do our politics. #Maharashtra pic.twitter.com/8RmvFVVnPw
— ANI (@ANI) November 18, 2019
उन्होंने कहा कि वह दिन में बाद में सोनिया गांधी से उनके आवास पर मुलाकात करेंगे।
कांग्रेस सूत्रों ने कहा कि बैठक में सोनिया और पवार के बीच महाराष्ट्र में अगले कदम को लेकर चर्चा होनी है, जहां बीते मंगलवार को राष्ट्रपति शासन लगा दिया गया था। शिवसेना ने नतीजे के बाद भाजपा से अपनी राहें जुदा कर ली थी और पार्टी सरकार गठन को लेकर राज्यपाल को मनाने में विफल रही थी। राज्य की सबसे बड़ी पार्टी भाजपा ने पहले ही सरकार बनाने को लेकर अपने हाथ पीछे खींच लिए थे।
बैठक में पवार और सोनिया गांधी विचारधारा के स्तर पर विपरीत शिवसेना से सरकार गठन को लेकर गठबंधन की संभावनाओं पर चर्चा कर सकते हैं।
पार्टी सूत्रों ने कहा कि चुनाव पूर्व गठबंधन सहयोगी कांग्रेस और राकांपा सरकार गठन को लेकर पहले से ही शिवसेना के साथ न्यूनतम साझा कार्यक्रम(सीएमपी) पर काम कर रहे हैं।
कांग्रेस सूत्रों ने कहा कि गठबंधन के लिए हां कहने से पहले, पार्टी चाहती है कि शिवसेना अपने कट्टर हिंदुत्व विचारधारा को छोड़े और कई मुद्दों पर धर्मनिरपेक्ष रुख अपनाए।
सूत्रों का कहना है कि राकांपा चाहती है कि कांग्रेस भी सरकार में शामिल हो।