कांग्रेस के वरिष्ठ नेता अहमद पटेल ने शनिवार को कहा कि महाराष्ट्र में सरकार गठन के तरीके को राजनीतिक और कानूनी रूप से चुनौती दी जाएगी। भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के नेता देवेंद्र फडणवीस ने शनिवार तड़के मुख्यमंत्री और राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) के अजीत पवार ने उपमुख्यमंत्री पद की शपथ लेकर भाजपा की अगुआई में सरकार बनाई।
पटेल ने यहां मीडिया से बातचीत में कहा कि चुनाव परिणाम आने के दिन से ही इस मामले में राज्यपाल की भूमिका संदेहास्पद रही है।
पटेल ने कहा, “पहले, सरकार बनाने का दावा पेश करने के लिए भाजपा को आमंत्रित किया गया, इसके बाद शिवसेना को, इसके बाद राकांपा को, लेकिन कांग्रेस को कोई भी मौका नहीं दिया गया।”
उन्होंने कहा, “अब अचानक से समर्थन देने वाले विधायकों की सूची जांचे बिना ही सरकार बन गई है। कुछ गलत हुआ है, कहीं ना कहीं कुछ गलत है।”
उन्होंने कहा कि जिस तरीके से शनिवार तड़के सिर्फ एक मीडिया की उपस्थिति में नई सरकार का शपथ ग्रहण समारोह हुआ, “उन्होंने लोकतांत्रिक प्रक्रिया, कानून और संवैधानिक औपचारिकताओं को दरकिनार करते हुए बेशर्मी की सभी सीमाएं तोड़ दीं।”
पटेल ने कहा, “शिवसेना-राकांपा-कांग्रेस में बात चल रही थी, लेकिन इसके पूरा होने से पहले ही सब कुछ चुपचाप हो गया। हमारी (तीनों दल) बात पूरी हो गई थी और आज दोपहर दो बिंदुओं पर निर्णय लेने वाले थे, लेकिन उससे पहले ही सब हो गया।”
उन्होंने कहा, “इस मुद्दे से निपटने के लिए तीनों दल अब सभी राजनीतिक और कानूनी उपाय अपनाएंगे। यह घटना प्रदेश की राजनीति के इतिहास पर एक धब्बा है।”