महाराष्ट्र में भाजपा-राकांपा गठबंधन सरकार गठन के बाद वाई बी चव्हाण केंद्र में कांग्रेस, राकांपा और शिवसेना की संयुक्त प्रेस कांफ्रेंस आयोजित की गई है।
कांग्रेस नेता अहमद पटेल: आज का दिन महाराष्ट्र के इतिहास में काला धब्बा
कांग्रेस नेता अहमद पटेल ने कहा कि महाराष्ट्र के इतिहास में आज का दिन एक काला धब्बा है। सब कुछ जल्दबाजी में किया गया और सुबह हो गई। कहीं कुछ गड़बड़ है। इससे ज्यादा शर्मनाक कुछ नहीं हो सकता।
उन्होंने कहा कि तीनों दल कांग्रेस-एनसीपी-शिवसेना इसमें एक साथ हैं और मुझे विश्वास है कि हम विश्वास मत में भाजपा को हराएंगे। दो को छोड़कर कांग्रेस के बाकी सभी विधायक यहां मौजूद हैं। दो विधायक अभी अपने गांव में हैं, लेकिन वे भी हमारे साथ हैं। हम इसे मोर्चों पर राजनीतिक और कानूनी दोनों तरीकों से लड़ेंगे।
शिवसेना नेता संंजय राउत की भाजपा को चुनौती
शिवसेना सांसद संजय राउत ने कहा कि अजीत पवार के साथ गए 8 विधायकों में से 5 विधायक वापस आ गए हैं। उन्हें झूठ बोला गया था। झूठ बोलकर उन्हें कार में बिठाया गया और अपहरण किया गया। संजय राउत ने भाजपा को चुनौती देते हुए कहा है कि हिम्मत है तो विधानसभा में बहुमत साबित कर के दिखाएं।
संयज राउत ने आगे कहा कि हम धनंजय मुंडे के संपर्क में हैं और अजीत पवार के वापस आने की भी संभावना है। अजीत को ब्लैकमेल किया गया है। यह साम्ना अखबार में जल्द ही खुलासा किया जाएगा कि इसके पीछे कौन है।
उद्धव ठाकरे: ईवीएम के बाद यह भाजपा का नया खेल
शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे ने भाजपा पर हमला करते हुए कहा कि पहले ईवीएम खेल चल रहा था और अब यह नया खेल है। इसके बाद से मुझे नहीं लगता कि चुनावों की भी जरूरत है। सबको पता है कि छत्रपति शिवाजी महाराज के साथ जब विश्वासघात हुआ था और पीछे से हमला किया गया था। तो उन्होंने क्या किया था।
उद्धव ठाकरे ने आगे कहा कि उन्हें शिवसेना के विधायकों को आजमाने और तोड़ने दें। महाराष्ट्र सोता नहीं रहेगा।
शरद पवार: अजीत पवार का फैसला पार्टी लाइन के खिलाफ
प्रेस कांफ्रेस के दौरान मीडिया से बात करते हुए शरद पवार ने कहा कि, महाराष्ट्र में सरकार बनाने के लिए कांग्रेस, शिवसेना और राकांपा नेता एक साथ आए। हमारे पास संख्या थी। हमारे साथ हमारे आधिकारिक नंबर थे- 44, 56 और हमारे साथ 54 विधायक जिन्होंने सरकार का समर्थन किया था। कई स्वतंत्र भी हमारे साथ थे और हमारी संख्या 170 के आसपास थी।
उन्होंने कहा कि अजीत पवार का फैसला पार्टी लाइन के खिलाफ है और अनुशासनहीनता है। कोई राकांपा नेता या कार्यकर्ता राकांपा-भाजपा सरकार के पक्ष में नहीं है। शरद पवार ने भाजपा-राकांपा सरकार को समर्थन देने वाले विधायकों को चेतावनी देते हुए कहा कि सभी विधायकों को पता होना चाहिए कि दलबदल विरोधी कानून है। जिसके तहत उनके विधानसभा सदस्यता खोने की संभावना अधिक है।
शरद पवार ने कहा कि मुझे यकीन है कि राज्यपाल ने उन्हें बहुमत साबित करने का समय दिया है। लेकिन वे इसे साबित नहीं कर पाएंगे। उसके बाद हमारी तीन पार्टियां सरकार बनाएंगी जैसा हमने पहले तय किया था। उन्होंने अजीत पवार पर आरोप लगाते हुए कहा कि पार्टियों के पास सभी विधायकों द्वारा हस्ताक्षरित उनकी विधायकों की सूची थी। एनसीपी की एक समान सूची अजीत पवार के पास थी, क्योंकि वह राकांपा के सीएलपी थे। मुझे लगता है कि उन्होंने एक ही सूची प्रस्तुत की है। मुझे इस पर यकीन नहीं है लेकिन मुझे संदेह है कि यह मामला हो सकता है। हम राज्यपाल से चर्चा करेंगे।
साथ ही उन्होंने घोषणा की कि शनिवार शाम को राकांपा विधायक दल का नया नेता भी चुना जाएगा। प्रक्रिया के अनुसार अजीत पवार के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। शदर पवार ने आगे कहा कि मुझे नहीं पता कि उन्होंने (अजीत पवार ने) यह डर जांच एजेंसियों को दिया है या नहीं। मेरे स्रोत के अनुसार, राजभवन में 10-11 विधायक थे और उनमें से 3 पहले से ही यहां मेरे साथ बैठे हैं।
राकांपा विधायक राजेंद्र शिंगेन का आरोप
अजीत पवार ने मुझे कुछ चर्चा करने के लिए बुलाया था और वहां से मुझे अन्य विधायकों के साथ राजभवन ले जाया गया। इससे पहले कि हम समझ पाते शपथ समारोह पूरा हो गया। मैं पवार साहब के पास गया और उनसे कहा कि मैं शरद पवार और राकांपा के साथ हूं।
एनसीपी विधायक संदीप क्षीरसागर और सुनील भुसारा का आरोप
एनसीपी के दो और विधायकों संदीप क्षीरसागर और सुनील भुसारा ने भी आरोप लगाया कि उन्हें अनजाने में शपथ समारोह में ले जाया गया था और अब वे वापस आ गए हैं और शरद पवार को समर्थन व्यक्त किया है।
वाई बी चव्हाण केंद्र पहुंची सुप्रीया सुले
वाई बी चव्हाण केंद्र में आयोजित कांग्रेस, राकांपा और शिवसेना की संयुक्त प्रेस कांफ्रेंस में भाग लेने राकांपा प्रमुख शरद पवार की बेटी सुप्रीया सुले भी पहुंच चुकी है। शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे में उनके पहुंचने पर उनका स्वागत किया।
#WATCH Mumbai: Nationalist Congress Party's Supriya Sule receives Shiv Sena's Uddhav Thackeray and Aditya Thackeray outside YB Chavan Centre, where Congress-NCP-Shiv Sena will address the media shortly. pic.twitter.com/Y2ZaUClDic
— ANI (@ANI) November 23, 2019
महाराष्ट्र के वाई बी चव्हाण केंद्र पर कुछ ही देर में कांग्रेस, राकांपा और शिवसेना संयुक्त प्रेस कांफ्रेंस आयोजित करेंगे। इस दौरान केंद्र के बाहर राकांपा कार्यकर्ताओं और समर्थकों द्वारा राकांपा प्रमुख शरद पवार के समर्थन में नारे लगाए गए।
Mumbai: Slogans raised in support of Sharad Pawar and against Ajit Pawar by a group of NCP workers outside YB Chavan Centre where Congress-NCP-Shiv Sena will address the media shortly. #Maharashtra pic.twitter.com/d8SdQhWVPO
— ANI (@ANI) November 23, 2019
राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी प्रमुख शरदा पवार और कांग्रेस वरिष्ठ नेता मल्लिकार्जुन खड़गे, अहमद पटेल मीडिया को संबोधित करने के लिए पहुंच चुके हैं।
Mumbai: Nationalist Congress Party (NCP) Chief Sharad Pawar, Congress leaders Mallikarjun Kharge & Ahmed Patel arrive for the Congress-NCP-Shiv Sena joint Press Conference at the YB Chavan Centre. #Maharashtra pic.twitter.com/Z0qeRpahIT
— ANI (@ANI) November 23, 2019
बता दें, राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी नेता अजीत पवार ने अपने कुछ विधायकों के साथ मिलकर भाजपा को समर्थन दे दिया था। जिसके बाद शनिवार को भाजपा और राकांपा ने महाराष्ट्र में गठबंधन कर सरकार का गठन किया है। हालांकि राकांपा प्रमुख शरद पवार ने कहा है कि भाजपा के साथ सरकार गठन करने का निर्णय अजीत पवार का व्यक्तिगत निर्णय था। उनके इस निर्णय को शरद पवार का कोई समर्थन नहीं है।