राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) के नेता अजीत पवार के खिलाफ हजारों करोड़ रुपये के सिंचाई घोटाले के मामले सोमवार को हटा लिए गए हैं।
भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो (एसीबी) ने सोमवार को महाराष्ट्र के उप मुख्यमंत्री अजीत पवार को ऐसे कुछ मामलों में क्लीन चिट दी है, जिसमें वह कथित तौर पर शामिल थे। यह जानकारी आधिकारिक सूत्रों ने दी।
एसीबी ने ऐसे कम से कम नौ मामलों में अपनी जांच को बंद कर दिया है, जिसमें अजीत पवार कथित रूप से शामिल थे।
एसीबी मुंबई द्वारा जारी अधिसूचना के अनुसार, ये नौ मामले विदर्भ क्षेत्र के वाशिम, यवतमाल, अमरावती और बुलढाणा में बड़ी और छोटी सिंचाई परियोजनाओं से संबंधित हैं।
अजीत पवार का नाम अन्य मामलों में भी है, जिन्हें 70,000 करोड़ रुपये के सिंचाई घोटाले के रूप में जाना जाता है। अतीत में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा), शिवसेना, आम आदमी पार्टी और अन्य लोगों ने भ्रष्टाचार के इन मामलों की बड़े पैमाने पर आलोचना की है।