महाराष्ट्र के राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी ने सोमवार को पद छोड़ने का घोषणा कर दिया है। कोश्यारी ने अपने मिक्रोब्लॉगिंग साइट ट्विटर हैंडल पर यह जानकारी साझा किया, “माननीय प्रधान मंत्री की हाल की मुंबई यात्रा के दौरान, मैंने उन्हें सभी राजनीतिक जिम्मेदारियों से मुक्त होने और अपना शेष जीवन पढ़ने, लिखने और अन्य गतिविधियों में बिताने की अपनी इच्छा से अवगत कराया है।”
यह मालूम हो कि, महाराष्ट्र के राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी, जिनके 2019 में उनकी नियुक्ति के बाद से विवादास्पद फैसले सुर्खियां बटोर चुके हैं। शिवाजी को पुराने दिनों का आइकॉन बताने पर कोश्यारी विवादों में रहे हैं। उन्होंने 19 नवंबर को औरंगाबाद में एक यूनिवर्सिटी के कार्यक्रम में शिवाजी को पुराने दिनों का आइकॉन कहा था।
कोश्यारी ने मीडिया को दिए बयान में कहा, संतों, समाज सुधारकों और वीर सेनानियों की भूमि महाराष्ट्र जैसे महान राज्य के राज्य सेवक या राज्यपाल के रूप में सेवा करना मेरे लिए पूर्ण सम्मान और सौभाग्य की बात थी। उन्होंने कहा, “पिछले 3 साल से कुछ ज्यादा समय के दौरान महाराष्ट्र की जनता से जो प्यार और स्नेह मुझे मिला है, उसे मैं कभी नहीं भूल सकता।”
It was an absolute honour and privilege for me to serve as the Rajya Sevak or Rajyapal of a great State like Maharashtra – the land of Saints, Social reformers and valiant fighters.
— Governor of Maharashtra (@maha_governor) January 23, 2023
शिवाजी को पुराने दिनों का आइकॉन बताने पर कोश्यारी विवादों में रहे हैं। कोश्यारी ने पिछले महीने इस विवाद पर गृह मंत्री अमित शाह को चिट्ठी लिखकर उनसे मार्गदर्शन भी मांगा था। उन्होंने गृह मंत्री से सलाह मांगी थी कि उन्हें इस पद पर बने रहना है या नहीं। कोश्यारी ने यह चिट्ठी 6 दिसंबर को लिखी थी, जो कुछ दिन बाद सामने आई थी।
कोश्यारी ने ट्वीट कर पद छोड़ने की बात कही है। उन्होंने लिखा, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मैंने सभी राजनीतिक जिम्मेदारियां छोड़ने की इच्छा जाहिर कर दी है। मुझे हमेशा माननीय प्रधान मंत्री से प्यार और स्नेह मिला है और मुझे इस संबंध में भी ऐसा ही मिलने की उम्मीद है।