जमैका के प्रधानमन्त्री एंड्रू होल्नेस ने कहा कि “महात्मा गाँधी एक महान आत्मा थे जो आज भी प्रेरणा बने हुआ हैं और सभी के लिए प्रेरणा का स्त्रोत है।”
संयुक्त राष्ट्र के मुख्यालय में “समकालीन भारत में महात्मा गाँधी की प्राथमिकता” की चर्चा पर उन्होंने कहा कि “महात्मा गाँधी का दक्ष नेतृत्व और बेहिचक दृढ़ता उन्हें एक दयालु और दुनिया को मोहब्बत करने वाले के नजरिये से देखती है। मेरे खुद के नेतृत्व में महात्मा गाँधी के अहिंसा के सिद्धांत और कुर्बानी व्यक्तिगत प्रेरणा का स्त्रोत है।”
जमैका के नेता ने कहा कि “हमारा अभियान स्पष्ट होना चाहिए। हमें महात्मा गाँधी की विरासत का निर्माण करना चाहिए। हमें गरीबो और कमजोरो की पैरवी करनी चाहिए। हम परस्पर समझदारी, सहिष्णुता और आपसी समझ से सकारात्मक परिवर्तन को हासिल कर सकते हैं। गाँधी समझते थे कि बगैर हिंसा के हम न्याय के खिलाफ जूझ सकते हैं और बगैर एक रक्त के कतरे को बहाए क्रांतिकारी बदलाव को हासिल कर सकते हैं।”
उन्होंने कहा कि “हमें गाँधी जी के शान्ति के सिद्धांत और हिंसा को खारिज करके मतभेदों को कम करने की कोशिश करनी चाहिए। सभी को यह सुनिश्चित करना चाहिए कि महात्मा गाँधी की विरासत को स्मरण रखा जाए और उम्मीद की किरण के रूप में इसका जश्न मनाया जाए।”
महात्मा गाँधी की 150 वीं वर्षगाँठ पर भारत ने यूएन में एक कार्यक्रम की मेजबानी की थी जिसमे आज की दुनिया में महात्मा गाँधी के मूल्य और विचारों की प्रासंगिकता को रेखांकित करता है। प्रधानमन्त्री नरेंद्र मोदी, बांग्लादेश की पीएम शेख हसीना, सिंगापुर की पीएम ली असिएँ लोंन्ग और दक्षिण कोरिया के राष्ट्रपति मून जे इन इस सम्मेलन में मौजूद थे।
उन्होंने 50 किलो वाट के गाँधी सोलर पार्क का उद्घाटन किया था और इस समारोह की याद में एक विशेष स्टाम्प को जारी किया था।