हाल ही में लोक सभा चुनाव को लेकर विपक्ष एकजुटता का दम भर रहा है।
भारतीय जनता पार्टी के समक्ष विपक्ष आगामी चुनावो को लेकर एकजुट हो कर तैयारी कर रहा है। काफी उतार चढ़ाव के बाद कांग्रेस ने सभी दलों से सर्वसम्मति से देश की राजनीति में एक नया गठबंधन बना दिया है।
हाल ही में संसद में अविश्वास प्रस्ताव के बाद कांग्रेस विपक्षी दलों के समर्थन से काफी हद तक खुश हो गई थी। परन्तु हाल ही में उसे कई बड़े झटके लगे है।
गैर भाजपा एवं क्षेत्रीय दल जैसे आम आदमी पार्टी आगामी चुनावो में उसका साथ नहीं दे रहे है।
हाल ही में राज्य सभा के चुनावों से ऐसी अटकले लग रह थी की अरविन्द केजरीवाल की पार्टी आम आदमी पार्टी राज्य सभा चुनाव में कांग्रेस के उम्मीदवार का समर्थन करेगी परन्तु इसके विपरीत आम आदमी पार्टी ने कांग्रेसी उम्मीदवार का समर्थन नहीं किया।
अभी हाल ही में दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने रोहतक में कहा कि 2019 के लोकसभा चुनाव में उनकी आम आदमी पार्टी (आप) भाजपा के खिलाफ महागठबंधन का हिस्सा नहीं बनेगी।
हरियाणा में एक रैली के दौरान केजरीवाल ने यह दावा किया। इसके साथ ही उन्होंने भाजपा पर भी हमला किया।
अपने ब्यान में उन्होंने कहा कि, “हम दिल्ली में शिक्षा और स्वास्थ्य के क्षेत्र में क्रांतिकारी बदलाव लाए हैं। हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर को दिल्ली से सीखना चाहिए कि विकास कैसे किया जाता है। पूर्ण राज्य नहीं होने के बावजूद दिल्ली में बिजली, पानी, स्वास्थ्य और शिक्षा के क्षेत्र में काफी सुधार हुआ, जबकि खट्टर सरकार ने कुछ नहीं किया।”
इसी के साथ ही दिल्ली के मुख्यमंत्री ने मांग रखी कि अंबाला के शहीद के घरवालों को प्रदेश सरकार एक करोड़ रुपए दे।
यहां के विक्रमजीत सिंह जम्मू-कश्मीर के गुरेज सेक्टर में मंगलवार को आतंकियों से मुठभेड़ के दौरान शहीद हो गए थे।